किसान आंदोलन पर ग्रेटा थनबर्ग को प्रतिक्रिया देना पड़ा महंगा, दिल्ली पुलिस ने उनके खिलाफ किया केस दर्ज।
Haridwar/ Tushar Gupta
नए कृषि कानून पर अंतरराष्ट्रीय सेलिब्रिटीज और एक्टिविस्ट से सरकार नाराज दिख रही है रिहाना ,ग्रेटा थनबर्ग और मियां खलीफा जैसे अंतरराष्ट्रीय हस्तियों को किसानों के हित पर प्रतिक्रिया देने पर बुरा -भला बोला जा रहा है।
नए कृषि कानूनों के विरोध में देश की राजधानी दिल्ली में करीब ढाई महीने से किसान आंदोलन जारी है. इस आंदोलन को लेकर कई विदेशी हस्तियों ने भी टिप्पणी की है. इस बीच स्वीडन की रहने वाली पर्यावरण कार्यकर्ता ग्रेटा थनबर्ग के भड़काऊ ट्वीट को लेकर दिल्ली पुलिस ने उनके खिलाफ केस दर्ज किया है. ग्रेटा के खिलाफ धारा- 153 A, 120 B के तहत एफआईआर दर्ज की गई है. इस बाबत दिल्ली पुलिस प्रेस कॉन्फ्रेंस भी कर सकती है.
दरअसल, ग्रेटा थनबर्ग ने किसानों के समर्थन में किए गए अपने ट्वीट में भारत की सत्तारूढ़ पार्टी पर सवाल खड़े किए थे. ग्रेटा ने ट्वीट कर कहा था भारत सरकार पर किस तरह दबाव बनाया जा सकता है, इसके लिए उन्होंने अपनी कार्य योजना से संबंधित एक दस्तावेज भी साझा किया, जो भारत विरोधी प्रोपेगेंडा मुहिम की हिस्सा हैं. इसकी काफी निंदा हुई थी.