सहारा कंपनी जमीनी विवाद। सुराज सेवादल ने निवेशकों के साथ विवादित कॉलोनी पर किया धरना प्रदर्शन, सहकारी मंत्री का पुतला फूंका, गंभीर आरोप, देखें वीडियो…
हरिद्वार। हरिद्वार में मंगलवार सुराज सेवादल के सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने बहादराबाद स्थित सहारा कंपनी की जमीन में काटी जा रही कॉलोनी के बाहर इकट्ठा होकर भीख मांग कर धरना प्रदर्शन किया। सुराज सेवादल के प्रदेश अध्यक्ष रमेश जोशी के नेतृत्व में बड़ी संख्या में संगठन के पदाधिकारी और कार्यकर्ता सहारा कंपनी की जमीन पर इकट्ठा हुए, जहां उन्होंने धरना प्रदर्शन करते हुए सहकारी मंत्री धन सिंह रावत का पुतला जलाया, धरना प्रदर्शन करने वालों में सहारा कंपनी में निवेश करने वाले निवेशक भी मौजूद रहे, जिन्होंने आप बीती बयां की, सुराज सेवादल के उग्र धरना प्रदर्शन को देखते हुए पुलिस प्रशासन भी अलर्ट मोड़ पर रहा, दो थाने रानीपुर और बहादराबाद थाने की पुलिस को शांति व्यवस्था के लिए मौके पर लगाया गया था।
इस मौके पर सुराज सेवा दल के प्रदेश अध्यक्ष रमेश जोशी ने कहा कि की सहकारी मंत्री धन सिंह रावत को कानून का पता ही नहीं है उन्होंने आरोप लगाया कि उन्हें तो बस सूटकेस चाहिए, उन्होंने कहा कि हरिद्वार के निवर्तमान डीएम ने जांच कर शासन को रिपोर्ट भेजी थी, जिसके बाद शासन ने इस जमीन की बिक्री पर रोक लगा दी थी, लेकिन अब राजस्व सचिव ने माननीय उच्चतम न्यायालय के आदेश का हवाला देते हुए बिक्री से रोक हटा दी है, सहारा में निवेश करने वाले निवेशकों को न्याय देने के बदले सरकार ने उन्हें छलने का काम किया है, रमेश जोशी ने राजस्व सचिव को बर्खास्त करने और सहकारी मंत्री को जेल भेजे जाने की मांग की है। उन्होंने उक्त जमीन की खरीद-फरोख्त पर रोक लगाकर पहले निवेशकों का पैसा देने की मांग की है। उन्होंने कहा कि अगर निवेशकों को न्याय नहीं मिला तो उनका यह धरना प्रदर्शन प्रदेश व्यापी होगा और सरकार के जागने तक उनका आंदोलन जारी रहेगा ।
क्या है मामला…
दरअसल सहारा कंपनी पर निवेशकों की करोड़ों रुपए की देनदारी है और कंपनी ने निवेशको का पैसा लौटये बिना इस बेशकीमती जमीनों को भू-माफिया को बेच दिया है। भू-माफिया द्वारा उक्त जमीन में कॉलोनी काटी जा रही है, निवेशकों की शिकायत पर निवर्तमान जिलाधिकारी विनय शंकर पांडे ने इस जमीन की बिक्री पर रोक लगा दी थी। जिलाधिकारी के हटते ही इस जमीन की बिक्री पर लगी रोक को हटा दिया गया है। जिसके बाद निवेशक अपने को ठगा महसूस कर रहे हैं पूरे मामले में भू-माफिया और सरकार के गठजोड़ की बू आ रही है।