राहुल गांधी को कानूनी नोटिस, जानिए मामला…
हरिद्वार। हरिद्वार के वरिष्ठ अधिवक्ता अरुण भदोरिया द्वारा राहुल गांधी को कानूनी नोटिस भेजा गया है नोटिस में उन्होंने लिखा है कि राहुल गांधी कुरुक्षेत्र हरियाणा में आरएसएस को 21वीं सदी का कौरव बताते हुए बयान देने पर, कि आरएसएस के लोग जो कि आज के कौरव है, खाकी हाफ पेंट पहनते हैं, हाथ में लाठी लिए होते हैं और शाखा लगाते हैं और दो तीन लोग सबसे अमीर अरबपति लोग कौरवों के साथ खड़े हैं, इसके अतिरिक्त राहुल गांधी ने अपने बयान में भारत देश को तपस्वियों का बताया और पुजारियों का ना होना बताया, जिस पर हरिद्वार के कमल भदौरिया जिला महामंत्री अखिल क्षत्रिय महासभा व मनोज गुप्ता सदस्य आरएसएस, अरुण भदोरिया एडवोकेट ने राहुल गांधी को कानूनी नोटिस भेजा है कि आपने आरएसएस की तुलना कौरवों के साथ की है और उन नोटिस में यह भी बताया गया कि आपने जो पढ़ाई की है उस पढ़ाई के नाते आपको कौरवों और पांडवों के युद्ध की पूरी जानकारी है कि महाभारत में कौरवों का क्या अहम घिनौना कृत्य रहा है, साथ ही पुजारी व्यक्ति की भी जानकारी नोटिस में दी गई कि पुजारी वह व्यक्ति होता है जो परमात्मा की आराधना करता है। भारत माता की पूजा करता है और भारत देश जो कि 110 करोड सनातनियो का देश है, भारतीय जनता पार्टी जो कि एक पूजा का संगठन है, इसके बावजूद राहुल गांधी ने सनातनियों को तपस्वी व पुजारियों में बांटने का कृत्य किया है जबकि राहुल गांधी फरवरी 2022 में द्वारिकाधीश मंदिर में जाकर, सितंबर 2021 में जम्मू कश्मीर में माता वैष्णो देवी के दर्शन, अगस्त 2021 में खीर भवानी दुर्गा मंदिर में पूजा, फरवरी 2021 में तमिलनाडु नियर मंदिर में, जनवरी 2022 में स्वर्ण मंदिर अमृतसर में, जनवरी 2023 में कुरुक्षेत्र ब्रह्मसरोवर में पूजा, राहुल गांधी ने मंदिर के पुजारियों के द्वारा भगवान की आराधना की। इसके बावजूद राहुल गांधी ने पुजारियों के महत्व को जानने के बावजूद पुजारियों का जानबूझकर अपमान किया। पुजारियों का अर्थ भी नोटिस में बताया गया है कि पूजा करने वाला व्यक्ति देव तुल्य मानकर भक्ति करने वाला व्यक्ति होता है जिनके माध्यम से राहुल गांधी ने मंदिरों में जाकर अपना मत्था टेका है और पुजारियों के द्वारा भगवान की पूजा कराई है, इसके बावजूद राहुल गांधी द्वारा आरएसएस को कौरवों से तुलना करना और पुजारियों के अपमान करने के कारण नोटिस देने वालों ने अपने साथ-साथ देशवासियों की भावनाओं को भी राहुल गांधी पर ठेस पहुंचाने का आरोप लगाया है और नोटिस में 01 सप्ताह के भीतर-भीतर समस्त देशवासियों से राहुल गांधी को यह कहा गया है कि वह अपने उपरोक्त बयान की बाबत क्षमा याचना करें और भविष्य में इस बयान की पुनरावृति ना दें इस बाबत में लिखित में दें अन्यथा सक्षम न्यायालय में सक्षम वाद दायर करने की चेतावनी भी दी गई है।