(परिसीमन पर सवाल) सरकार के एजेंट के रूप में काम कर रहे हैं अधिकारी -राव आफाक अली।
हरिद्वार / सुमित यशकल्याण।
हरिद्वार। सोमवार को पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष राव अफाक अली ने हरिद्वार प्रेस क्लब में प्रेसवार्ता करके जिला पंचायत चुनाव से पहले हुए परिसीमन पर सवाल उठाए। राव अफाक ने अपने प्रेस वार्ता करके आरोप लगाया कि जिला पंचायत, क्षेत्र पंचायत व ग्राम पंचायतों के वार्डो के परिसीमन नियमों व भौगोलिक आधार के विरुद्ध मनमानी तरीके से किए गए हैं, जिस पर उन्होंने आपत्ति जताई है। उन्होंने आरोप लगाया कि ग्राम पंचायत सलेमपुर में लगभग बीस हजार वोटर हैं साथ में मिली हुई ग्राम पंचायत दादूपुर गोविंदपुर है। जिसमें यह पता नहीं चलता कि सलेमपुर कौन सा है और दादूपुर कौन सा है? भौगोलिक आधार पर नियमानुसार वर्ष 2015 में सलेमपुर जिला पंचायत नंबर तीन बनायी गयी थी। नियमानुसार ग्राम पंचायत के वार्डो की शुरूआत पूर्वी उत्तर से की जाती है। जो बहुत वर्षो से सही चली आ रही थी परंतु अब उनमें हेर-फेर करके क्षेत्र पंचायत बनाए गए हैं। क्षेत्र पंचायतों में हेर-फेर करके सलेमपुर नंबर तीन की जिला पंचायत का नाम ही समाप्त करके सलेमपुर ग्राम पंचायत के दो टुकड़े कर दिए गए हैं। जो नियम व भौगोलिक आधार के विरूद्ध है। एक टुकड़े को बहादराबाद में जोड़ा गया है व दूसरे टुकड़े को बोंगला में जोड़ा गया है। जबकि ग्राम पंचायत सलेमपुर बहादराबाद व बोंगला दोनों ग्राम पंचायतों से भी दोगुनी जनसंख्या वाली ग्राम पंचायत है और नियमानुसार बड़ी ग्राम पंचायत के नाम से ही जिला पंचायत सीट का नाम रखा जाता है। जो पहले सलेमपुर था और सही था।
राव अफाक अली ने मांग की है कि पूर्व की भांति भौगोलिक आधार व नियमानुसार पूर्वी उत्तर से ग्राम पंचायतों के वार्डो को शुरू करके बनाया जाए। जिससे क्षेत्र पंचायत के दोनों वार्ड भी पूर्वी उत्तर से शुरू करके रोशनाबाद व सलेमपुर के आधे भाग को मिलाकर एक क्षेत्र पंचायत व सलेमपुर दादूपुर गोविंदपुर को मिलाकर दूसरे क्षेत्र पंचायत का गठन किया जाना न्यायोचित व नियमानुसार भौगोलिक आधार पर भी सही होगा। दोनों क्षेत्र पंचायतों को मिलाकर पूर्व की भांति सलेमपुर नाम की जिला पंचायत सीट को बहाल रखा जाए।