पेपर फ्लावर मेकिंग आर्ट को लेकर (उपवा) द्वारा पुलिस लाइन में आयोजित हुई कार्यशाला, पुलिस परिवार की महिला व बच्चों ने सीखी पेपर आर्ट
सुमित यशकल्याण
हरिद्वार। भारतवर्ष का युवा पश्चिमी सभ्यता से काफी प्रभावित रहा है किन्तु हमारी बहुमूल्य संस्कृति को जीवंत बनाए रखना भी हमारा ही दायित्व है। अपने स्कूली दिनों को अगर आप याद करें तो आपने रंगीन अबरी वाले कागजों से कुछ ही पल में कलाकारी दिखा कर कई प्रकार की सजावटी सामग्री बनाने वालों को देखा होगा। वो दो या तीन रुपये में मिलने वाली दिशानिर्देश से भरी किताब खरीदकर लगभग सभी ने वो कागजी कलाकारी करने का प्रयास अपने घर पर किया है। उसी कागजी कलाकारी में महारत हासिल कर अपने कार्यक्रम देश विदेश में दिखाने वाले श्री छब्बूलाल निवासी पाली, राजस्थान के सामने लॉकडाउन के चलते जीवनोपार्जन की समस्या खड़ी हो जाने पर राजस्थान से सैकडों किलोमीटर दूर उत्तराखंड मे बडी उम्मीदों के साथ अपनी कला का प्रदर्शन कर कुछ आय को जुटाने के लिए श्री छब्बूलाल राजस्थान से हरिद्वार आ पहुंचे।
SSP हरिद्वार श्रीमान सैंथिल अबुदई कृष्णराज एस महोदय के सम्मुख उनके द्वारा कार्यक्रम आयोजित करने का प्रस्ताव रखा गया जिसे महोदय द्वारा सहर्ष स्वीकार करते हुए अध्यक्षा UPWWA (उत्तराखंड पुलिस वाइफ्स वेलफेयर एसोसिएशन) जनपद हरिद्वार सुधा सैंथिल व ASP सदर डॉ विशाखा अशोक भदाणे के दिशा-निर्देशन में आज पुलिस लाइन्स रोशनाबाद में एक कार्यक्रम आयोजित किया गया।
कार्यक्रम में भारी संख्या में मौजूद पुलिस परिवारजनों के सम्मुख कागजों के फनकार श्रीछब्बूलाल द्वारा अपनी कलाकारी दिखाई गयी जिसे मौजूद महिलाओं और बच्चों ने बड़े शौक व एकाग्रचित होकर देखा भी और सीखा भी।
इस मौके पर अध्यक्षा UPWWA (उत्तराखंड पुलिस वाइफ्स वेलफेयर एसोसिएशन) जनपद हरिद्वार सुधा सेंथिल ने कहां कि ऐसे कार्यक्रम हमें अपनी संस्कृति से जोडे रखते हैं और साथ ही कुछ नया सीखने को भी प्रेरित करते हैं।