हिंदू रक्षक सेना ने बैरागी अखाड़ों का दिया साथ कहा सरकार की मिलीभगत में हुआ है यह दंडनीय अपराध।
Haridwar/ Sumit Yashkalyan
दो दिन पूर्व जिला प्रशासन द्वारा बैरागी कैम्प में अवैध निर्माण पर हुई कार्यवाही के विरोध में बैरागी संतो ने आज फिर लगातार दूसरे दिन बैरागी कैम्प में सरकार और प्रशासन के खिलाफ अपना धरना जारी रखा। आज बैरागी अखाड़ों के संतों द्वारा किये जा रहे धरने को समर्थन देने हिन्दू रक्षक सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष महामंडलेश्वर प्रभोदानन्द महाराज भी पहुंचे, साथ ही धरने के दौरान बैरागी संतो के तीनों अखाड़ो निर्मोही, दिगम्बर ओर निर्वाणी अणि अखाड़े के संत भी शामिल रहे।
सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद कुम्भ मेला क्षेत्र में कुम्भ 2021 के दौरान हुए अतिक्रमण पर जिला प्रशासन द्वारा की गई कार्यवाही को लेकर धरने पर बैठे बैरागियों के समर्थन में बोलते हुए हिन्दू रक्षक सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष महामंडलेश्वर प्रभोदानन्द महाराज ने इसे द्वेष पूर्ण कार्यवाही बताते हुए कहा कि प्रशासन की मिलीभगत से ही ये निर्माण हुए हैं अब सरकार की नीयत में खोट है और वह कुम्भ के समाप्त होने का इंतज़ार कर रहा था। उन्होंने कहा इस कि इस तरह की कार्यवाही का मतलब हिन्दू संस्कृति पर हमला है, जिससे हरिद्वार के लोग डर जाएं, सांस्कृतिक कार्यक्रम ना हों। प्रभोदानन्द महाराज ने कहा कि और जगह नियम कानून नहीं हैं सिर्फ हिन्दू संस्कृति का ही नियमों की दुहाई देकर उत्पीड़न किया जा रहा है, जो कि घोर निंदनीय है, ऐसी सरकार को तुरंत बर्खास्त किया जाना चाहिए। उन्होंने बताया कि प्रशासन के खिलाफ हमारा यह विरोध अभी प्रतीकात्मक है यदि प्रशासन की आंख नहीं खुलती तो पूरे देश मे आंदोलन चलेगा और पूरे हरिद्वार के संत इकट्ठे होंगे।
इसअवसर पर निर्मोही अखाड़े के अध्यक्ष श्रीमहंत राजेन्द्र दास ने कहा कि बारह सालों से बैरागियों के तीनों अखाड़ों के यह निर्माण हैं जिसे बीजेपी सरकार और अधिकारियों ने मिलकर धाराशायी कर दिया है, इससे अच्छा तो रावण राज था, अधिकारियों ने रावण राज से भी गलत कार्य किया है, उन्होंने देशभर के अपने सभी संतों से अनुरोध किया कि सरकार और अधिकारियों के खिलाफ विरोध करे जिससे तोड़े गए निर्माण पुनः स्थापित हों, उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि यदि ऐसा नहीं होता है तो इसका ख़ामियाजा यहां के नेताओं और अधिकारियों को भुगतना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि जब तक हमारा स्थाई निर्माण कराने के साथ कोई हल नहीं निकालेंगे हमारा यह अभियान चालू रहेगा।