कोविड- काल में रामकृष्ण मिशन सेवाश्रम की सेवाओं की जिलाधिकारी ने की तारीफ,
सुमित यशकल्याण
हरिद्वार: रामकृष्ण मिशन सेवाश्रम द्वारा कोविड-19 काल में मिली चुनौतियों का साहस पूर्वक सामना करते हुए जनसेवा के जो कार्य किए गए उनके लिए जिला प्रशासन ने जमकर तारीफ की और उनकी सेवाओं को मानवता के लिए स्मरणीय कार्य बताया।
आज जिला प्रशासन, हरिद्वार द्वारा आयोजित फेस बुक लाइव के माध्यम से ’’चैम्पियन आॅफ चेंज ’’ कार्यक्रम की पहली कड़ी में बोलते हुये जिला अधिकारी सी रविशंकर ने कहा कि अभी हमने कोविड की चुनौती को देखा है। उन्होंने कहा कि हरिद्वार जनपद की चुनौती अन्य जनपदों की अपेक्षा भिन्न है, क्योंकि अभी कुछ दिनों पहले यहां कुम्भ मेले का आयोजन हुआ, यह जिला उत्तर प्रदेश की सीमा से लगा हुआ है। ऐसी चुनौतियां का प्रबन्धन समय के अनुसार किया गया, जो गैर सरकारी संगठन, स्वयं सेवकों, अन्य समुदायों के सहयोग के बिना सम्भव नहीं था।
जिलाधिकारी ने कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित ’’चैम्पियन आॅफ चेंज’’ रामकृष्ण मिशन के स्वामी दयाधिपानन्द की सेवाओं का उल्लेख करते हुये कहा कि कोविड संकट के समय इनकी सेवायें सराहनीय रहीं। इन्होंने जरूरतमन्दों का सर्वे कराते हुये उन्हें 20 किलो के राशन के किटों का वितरण कराया। कोविड की द्वितीय लहर में अस्पतालों में बेड की उपलब्धता एक चुनौती थी, उस चुनौती को इन्होंने स्वीकार करते हुये प्रारम्भ में 50 बेड का अस्पताल शुरू किया, बाद में जिसकी क्षमता बढ़ाते हुये 200 बेड का किया गया, जिसमें 1400 लोगों का सफल इलाज किया गया। उन्होंने स्वामी दयाधिपानन्द की सेवाओं की सराहना की।
फेस बुक लाइव के माध्यम से ’’चैम्पियन आॅफ चेंज ’’ कार्यक्रम में रामकृष्ण मिशन के स्वामी दयाधिपानन्द ने बोलते हुये कहा कि रामकृष्ण मिशन एक अन्तर्राष्ट्रीय संस्था है। संस्था स्वामी विवेकानंद के नर सेवा को ही नारायण सेवा के सिद्धांत को मानती है। रामकृष्ण मिशन अस्पताल के बारे में बताते हुये उन्होंने कहा कि अस्पताल के संचालन में वार्ड ब्वाय से लेकर उच्च स्तर तक सभी का सहयोग मिला। यह समय की मांग थी कि कोरोना मरीजों का हौसला बढ़ाया जाय ताकि वह अपने को अकेला न समझे, इसके लिये हमने कोरोना मरीजों की जो सेवा करना चाहते थे, उन्हें पीपीपी किट पहनाकर सेवा करने का प्रयोग सभी गाइड लाइन का पालन करते हुये किया, जो पूर्णतः सफल रहा, क्योंकि जो भी सेवा करने वाले थे, उनमें टेस्टिंग करने के बाद किसी भी तरह के कोरोना के लक्षण नहीं पाये गये। इस आत्मियता को कोरोना के मरीजों ने महसूस किया, जिसकी वजह से रिकवरी दर में बढ़ोत्तरी हुई।
स्वामी दयाधिपानन्द ने सिडकुल इण्डस्ट्रियल एसोसिएशन की सराहना करते हुये कहा कि इसने संकट के समय मदद करते हुये महत्वपूर्ण भूमिका का निर्वहन किया। इसके अलावा अन्य संस्थाओं ने भी ऐसे समय में अपना पूरा योगदान दिया, जिसकी वजह से हम बहुत सस्ते दरों पर लोगों का इलाज कर पाये। उन्होंने कहा कि जब भी समाज में कोई संकट आया, रामकृष्ण मिशन सेवा भाव से सामने आया
जिलाधिकारी ने कहा कि हम प्रत्येक स्वयं सेवक को ’’चैम्पियन आॅफ चेंज’’ के रूप में देखना चाहते हैं। जिलाधिकारी ने टोकन आॅफ रिस्पेक्ट के रूप में विशिष्ट अतिथि- रामकृष्ण मिशन सेवाश्रम के सचिव स्वामी नित्यशुद्धानंद महाराज और सेवाश्रम के चिकित्सा अधीक्षक स्वामी दयाधिपानंद महाराज को अपने हस्ताक्षर से युक्त मग भेंट किया।
इस अवसर पर मुख्य जिला उद्यान अधिकारी नरेन्द्र यादव, सहित सम्बन्धित विभागों के अधिकारी उपस्थित थे