दून विश्वविद्यालय में अवैध भर्तियां के खिलाफ सुराज सेवा दल कर रहा था धरना-प्रदर्शन, एक कर्मचारी ने कर दी महिलाओ के साथ मारपीट, वीडियो वायरल…
देहरादून। राजधानी देहरादून के दून विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार मंगल सिंह मन्द्रवाल की फर्जी नियुक्ति के विरोध में विश्वविद्यालय के गेट पर सुराज सेवा दल के कार्यकर्ताओं ने धरना देकर रजिस्ट्रार का पुतला दहन किया। दल के अध्यक्ष रमेश जोशी ने बताया कि मंगल सिंह मन्द्रवाल लेखाकार के पद पर स्थाई भर्ती हुई थी जो कि आज तक सर्विस बुक के अनुरूप अस्थाई है तो किस प्रकार प्रमोशन पर प्रमोशन दिए गए। वहीं दूसरी ओर सहायक लेखाकार के लिए बी.कॉम. व कंप्यूटर अनिवार्य है तो किस प्रकार बी.ए. वाले को सहायक लेखाकार बना दिया, दिलीप जावेलकर जो कि तत्कालीन सीडीओथे ने अपनी रिपोर्ट में स्पष्ट लिखा है कि मंगल सिंह की सहायक लेखाकार के पद पर नियुक्ति असंवैधानिक व पूर्णता गलत है। वहीं जोशी ने बताया कि कुलसचिव के लिए राज्य लोक सेवा आयोग के सहायक कुल सचिव पद पर चयनित होना अनिवार्य है। अधिकारियों ने तथ्यों को छुपाकर मंत्रियों के दबाव में कुल सचिव के पद पर बैठा दिया जो कि घोर निंदनीय है। जब माननीय उच्च न्यायालय में जिसको प्रभारी कुलसचिव पद से हटाकर उप कुलसचिव बना दिया उसके लिए सरकार ने एक व्यक्ति को लाभ पहुंचाने के लिए गलत तथ्यों के आधार पर शासनादेश बदल दिया, जबकि शासनादेश केवल जनहित व नई शिक्षा नीति के लिए ही बदला जा सकता है।
वहीं विधानसभा अध्यक्ष रायपुर मोहनी चौधरी ने बताया कि ट्रांसफर के बाद कुलसचिव को दूसरे विश्वविद्यालय में भेजना चाहिए क्योंकि यहां पर उनके द्वारा किए गए जालसाजी के तथ्यों को खुर्द-बूर्द किया जा सकता है। एक ही दिन बने दो कुलसचिव दिनेश चंद्र और मंगल सिंह में से दिनेश चंद्र को नैनीताल भेजा गया तो मंगल सिंह को दून विश्वविद्यालय में ही क्यों? कई दिन पहले छात्रों ने विश्वविद्यालय में भर्ती के नाम से आवेदन हुए आज तक भर्तियां क्यों नहीं हुई? जब भर्तियां फर्जी होंगी तो छात्रों का भविष्य कैसे बनेगा? कहीं अंदर खाने तो भर्तियां नहीं हो रही है? अगर मंगल सिंह को तत्काल प्रभाव से हटा कर जांच कराकर उचित कार्रवाई नहीं की गई व जेल नहीं भेजा गया तो सुराज सेवा दल प्रदेश व्यापी आंदोलन करेगा! शिक्षा जगत में हुए भ्रष्टाचार से हमारे छात्र क्या सीख लेंगे! जब कुलसचिव और सरकार ही ऐसा करेंगे युवा छात्र देश के भविष्य हैं जिन्हें भ्रष्टाचार का ज्ञान नहीं होने देंगे!
इस अवसर पर मोहनी, मोनिका, अंजू, बबीता, नीतू, सपना, सवाना, रेखा, पूजा, सुदेश, उज्जवल, संजय, विजेंद्र,उमेश, मेहरबान, लक्ष्मण, गिरीश, दीपक, सूचित, कुर्बान जेनुल, सन्नी सहित दर्जनों कार्यकर्ता मौजूद रहे।