समाजसेवी अक्षत गोयल ने की टीबी पीड़ित बच्चों की मदद…
उत्तराखण्ड / सुमित यशकल्याण।
ऋषिकेश। आस द्वारा संचालित नन्दा तू राजी खुशी रेंया एक अभियान टीबी से मुक्त अभियान के तहत समाजसेवी अक्षत गोयल के सौजन्य से 25 बच्चों को मासिक पोशाहार वितरण किया गया। इस दौरान बच्चों ने सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति भी दी।
इस मौके पर वरिष्ठ चिकित्सक प्रियंका गोयल ने कहा कि टीबी रोग से बच्चों को घबराना नहीं चाहिए। समय पर दवाई लेने से टीबी रोग से मुक्ति पाई जा सकती है। छह माह व नौ माह की दवाई के बाद इस रोग से मुक्ति पाई जा सकती है। इसके अलावा हमें खानपान पर विशेष ध्यान देना होगा। समाजसेवी अक्षत गोयल टीवी रोग से पीड़ित बच्चों की मदद के लिए आगे आए। इस मौके पर उन्होंने कहा कि टीवी रोग से पीड़ित बच्चों को प्रोटीन युक्त खाने की आवश्यकता होती है। इसलिए उन्हें हमेशा प्रोटीन युक्त खाना दिया जाना चाहिए। उन्होंने बताया कि टीबी रोग से ग्रस्त बच्चों की आगे भी मदद की जाएगी। उन्होंने बताया कि टीबी रोग छुआछूत की बीमारी नहीं है। टीबी रोग के बच्चों के साथ घृणा नहीं करनी चाहिए बल्कि उनकी मदद के लिए आगे आना चाहिए। उन्होंने बताया कि टीबी मरीज के बच्चों को केवल खानपान का ध्यान रखना पड़ता है। सरकार को भी टीबी रोग मुक्त करने के लिए अहम कदम उठाने चाहिए। हालांकि सरकारी अस्पतालों में टीबी ग्रस्त मरीजों को नि:शुल्क दवा उपलब्ध कराई जाती है। उन्होंने कहा कि आस सस्था द्वारा टीबी मरीजों के उपचार के लिए सरहानीय कार्य किया जा रहा है। उन्होंने दीपावली पर्व को देखते हुए बच्चों से आग्रह किया कि वह ध्यान पूर्व पटाखे जलाएं। अधिक पटाखे जलाने से हमारा वातावरण दूषित होता है। इसलिए जितना हो सके कम से कम पटाखे जलाएं। इस दौरान बच्चों को मिठाई भी वितरण की गई। इस अवसर पर संस्था की सचिव हेमलता बहन ने बताया कि लोगों के सहयोग से टीबी रोग से ग्रस्त बच्चों की मदद की जा रही है। लगातार बच्चों को प्रोटीन युक्त खाना दिया जाता है। ताकि उन पर दवा असर कर सके।
इस अवसर पर संजीव गोयल, अभिनव गोयल, श्रुतिका गोयल, डॉ.प्रियंका गोयल, जितेंद्र चमोली, सहयोगी लक्ष्मी, पारुल, सविता, मोनिका राणा, श्रृंखला रावत, लंकेश भट्ट, मुकेश रावत और रोगिजन के परिज़न उपस्थित रहे।