14 फरवरी को धूमधाम से मनाया जाएगा, सरस्वती पूजन महोत्सव…
हरिद्वार। पूर्वांचल उत्थान संस्था के तत्वावधान में चतुर्थ सरस्वती पूजन महोत्सव की जोरदार तैयारियां शुरू हो गई हैं। सरस्वती पूजा आयोजन समिति ओर से सरस्वती पूजन समारोह को धूमधाम से मनाने की तैयारी चल रही है। कार्यक्रम संयोजक बीएन राय ने कहा कि सरस्वती पूजा को ही वसंत पंचमी, ज्ञान पंचमी, श्री पंचमी, मधुमास जैसे नामों से भी जाना जाता है। इस साल सरस्वती पूजा 14 फरवरी 2024, बुधवार को है। पंचांग के अनुसार प्रत्येक वर्ष माघ माह में शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि पर वसंत पंचमी का पर्व मनाया जाता है। यह पर्व मुख्य रूप से ज्ञान, विद्या, संगीत और कला की देवी मां सरस्वती को समर्पित है। इस दिन देवी सरस्वती का जन्म हुआ था। मान्यता है कि बसंत पंचमी के दिन मां सरस्वती हाथों में पुस्तक, वीणा और माला लिए श्वेत कमल पर विराजमान हो कर प्रकट हुई थीं, इसलिए इस दिन मां सरस्वती की विषेश पूजा-अर्चना की जाती है। साथ ही बसंत पंचमी से ही बसंत ऋतु की शुरुआत होती है। शास्त्रों के अनुसार बसंत पंचमी के दिन मां सरस्वती की पूजा करने से मां लक्ष्मी और देवी काली भी प्रसन्न होती हैं। उन्होंने कहा कि गत वर्षों की भांति इस वर्ष भी पूर्वांचल उत्थान संस्था के तत्वावधान में श्री अवधूत मंडल आश्रम बाबा हीरादास हनुमान मंदिर में सरस्वती पूजन समारोह धूमधाम से मनाया जायेगा। जल्द ही मीटिंग बुलाकर कार्यक्रम की रूपरेखा तय की जायेगी। बीएन राय ने कहा कि संस्था के अध्यक्ष सीए आशुतोष पांडेय की ओर से भव्य कार्यक्रम आयोजित करने का निर्देश मिला है। उन्होंने बताया कि रंजीता झा, रामकिशोर मिश्रा, राजेश राय, प्रशांत राय, रामसागर जायसवाल, रामसागर यादव, काली प्रसाद साह , विष्णु देव ठेकेदार, विनोद शाह, त्रिपुरारी झा, आशीष कुमार झा, विभाष मिश्रा, अवधेश झा, संतोष पांडेय, दिलिप कुमार झा सहित अन्य सदस्य कार्यक्रम को भव्य बनाने की तैयारी में जुट गये हैं।