रेटिना सर्जन डॉ विनोद ने अमेरिका में देश का मान बढ़ाया…
प्रयागराज। मनोहर दास नेत्र चिकित्सालय के रेटिना सर्जन एवं मोती लाल नेहरू प्रयागराज के सहायक प्रोफेसर विनोद कुमार सिंह ने दावा किया है कि ग्लूकोमा के मरीजों के रेटिना का इलाज अब बिना सुई (इंजेक्शन) अथवा डाई के ही सम्भव हैं। मरीजों की आंखों की रोशनी भी बचाई जा सकती है, इसके लिए डॉ. सिंह ने अपने द्वारा किये गए शोध पत्र अमेरिकन एकेडमी ऑप थेलमोलॉजी कैलिफोर्निया में प्रस्तुत किया। सिंह ने यह शोध एशियापेसेफिक एकेडमी ऑफ ऑप्थेल्मोलॉजी 2015 चाईना में फिर जापान में 2017 में और अब अमेरिकन एकेडमी ऑपथेलमोलॉजी मे भारत की ओर से उत्तर प्रदेश के एकमात्र डॉकटर के रूप में प्रस्तुत किया। जोकि शोध पत्र और सम्बोधन दोनों ही स्वीकार किया गया।