निर्मल अखाड़े में धूमधाम से मनाया गया गुरूनानक देव का प्रकाश पर्व…
हरिद्वार। शुक्रवार को गुरूनानक देव का 554वां प्रकाश पर्व कनखल स्थित श्री पंचायती अखाड़ा निर्मल में धूमधाम से मनाया गया। इस दौरान अखाड़े में स्थित गुरूद्वारे में शबद कीर्तन, गुरूवाणी का आयोजन और अरदास की गयी। इस अवसर पर ब्रह्मलीन महंत अमर सिंह की पुण्य तिथी भी मनायी गयी और संत सम्मेलन का आयोजन किया गया। अखाड़े के कोठारी महंत जसविन्दर सिंह महाराज के संयोजन में आयोजित कार्यक्रम में सभी 13 अखाड़ों के संतों ने गुरूनानक देव को नमन किया और ब्रह्मलीन महंत अमर सिंह को श्रद्धासुमन अर्पित किए। संत सम्मेलन में उपस्थित श्रद्धालुओं को संबोधित करते हुए अखाड़े के अध्यक्ष श्रीमहंत ज्ञानदेव सिंह महाराज ने कहा कि गुरूनानक देव ने समाज में आध्यात्मिक चेतना जगाने के साथ ऊंच, नीच जैसी बुराईयों को समाप्त कर समरसता का संदेश दिया। ब्रह्मलीन महंत अमर सिंह को श्रद्धासुमन अर्पित करते हुए उन्होंने कहा कि ब्रह्मलीन महंत अमर सिंह विद्वान संत थे। धर्म के प्रचार प्रसार में उनका योगदान सदैव स्मरणीय रहेगा। महंत बलविंदर सिंह बोरेवाले ने कहा कि सभी को गुरूनानक देव के आदर्शो पर चलने का संकल्प लेना चाहिए। उन्होंने कहा कि ब्रह्मलीन महंत अमर सिंह ने जीवन पर्यन्त धर्म प्रचार और समाज के कमजोर वर्ग की सेवा करने में योगदान दिया। कोठारी महंत जसविन्दर सिंह महाराज ने कहा कि गुरूनानक देव ने अपना पूरा जीवन मानव कल्याण के लिए समर्पित किया और समाज को एकता और भाइचारे की राह दिखायी। कोठारी महंत जसविंदर सिंह महाराज ने कहा कि ब्रह्मलीन महंत अमरसिंह धर्म और सेवा की प्रतिमूर्ति थे। संत बाबा सोनी सिंह और महंत कैलाश मुनि ने कहा कि गुरूनानक देव की शिक्षाएं और विचार सदैव प्रासंगिक रहेंगे। सभी को उनकी शिक्षाओं और विचारों का अनुसरण करते हुए धर्म व राष्ट्र सेवा में योगदान करना चाहिए। उन्होंने कहा कि ब्रह्मलीन महंत अमरसिंह महाराज संत समाज के प्रेरणास्रोत और दिव्य विभूति थे। समाज सेवा में उन्होंने महत्वपूर्ण योगदान दिया। इस अवसर पर महंत अमनदीप सिंह, महंत खेम सिंह, महंत निर्भय सिंह, महंत रघुवीर दास, महंत सूरज दास, स्वामी रविदेव शास्त्री, स्वामी निर्मलदास, महंत राघवेंद्र दास, महंत गोविंददास, महंत हरभजन सिंह, महंत मलकियत सिंह, महंत रंजय सिंह, बीवी विनिंदर कौर सौढ़ी, महंत जनरैल सिंह, स्वामी कपिल मुनि, स्वामी ऋषि रामकृष्ण, महामंडलेश्वर स्वामी ललितानंद गिरी, स्वामी शिवानंद भारती, सतपाल ब्रह्मचारी, समाज सेवी अतुल शर्मा सहित बड़ी संख्या में श्रद्धालु मौजूद रहे।