उत्तर प्रदेश सिंचाई विभाग के खिलाफ संजय चोपड़ा के नेतृत्व में लोगों ने किया विरोध प्रदर्शन, जानिए कारण…
हरिद्वार / सुमित यशकल्याण।
हरिद्वार। धर्मनगरी हरिद्वार में अलकनंदा घाट पर सिंचाई विभाग उत्तर प्रदेश द्वारा तीर्थ श्रद्धालु तथा आम जनता को आने-जाने के लिए प्रतिबंधित कर घाट के बीचों-बीच लोहे का गेट लगाए जाने के विरोध में कृषि उत्पादन मंडी समिति के पूर्व अध्यक्ष और भाजपा नेता संजय चोपड़ा के नेतृत्व में अलकनंदा घाट पर गेट के सामने उत्तर प्रदेश सिंचाई विभाग के खिलाफ जोरदार नारेबाजी कर प्रदर्शन करते हुए धरना दिया गया। धरना दे रहे प्रदर्शनकारियों ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मांग की कि तीर्थ श्रद्धालुओं के आवागमन व ओम पुल तक आने-जाने वाले व मॉर्निंग, इवनिंग वॉक करने वाले आम स्थानीय निवासियों के रास्ते को जनहित में खोले जाने को लेकर उत्तर प्रदेश सिंचाई विभाग के आला अधिकारियों से जवाब तलब कर सरकार की ओर से कार्रवाई की मांग की।
इस अवसर पर कृषि उत्पादन मंडी समिति के पूर्व अध्यक्ष और भाजपा नेता संजय चोपड़ा ने कहा कि उत्तर प्रदेश सिंचाई विभाग द्वारा तुगलकी फरमान जारी कर इस प्रकार से आम जनता का घाटों पर आने-जाने के रास्ते में गेट लगाकर प्रतिबंधित किया जाना दुर्भाग्यपूर्ण है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा गंगा के घाटों पर सौन्दर्यकरण के लिए नमामि गंगे योजना के तहत माँ गंगा के घाटों का विकास किया जा रहा है ताकि आने वाले तीर्थ यात्री, श्रद्धालु व पर्यटक आकर्षित होकर ज्यादा से ज्यादा धर्मनगरी में आकर यहां के सौंदर्यकरण को निहार सकें। उत्तर प्रदेश सिंचाई विभाग द्वारा अलकनंदा घाट पर बीचों-बीच लोहे का गेट लगाने से आम जनता को काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है, संजय चोपड़ा ने सिंचाई विभाग उत्तर प्रदेश के आला अधिकारियों को चेतावनी भी दी कि एक सप्ताह के भीतर विकल्प के रूप में चैनल गेट व घूमने वाला गेट की व्यवस्था करें, अन्यथा इस विषय को लेकर माननीय उच्च न्यायालय में जनहित में गुहार लगाई जाएगी।
इस अवसर पर सामाजिक कार्यकर्ता गौरव चौधरी, राजेंद्र पाल ने संयुक्त रूप से कहा कि उत्तराखंड सरकार द्वारा उत्तर प्रदेश सिंचाई विभाग से परिसम्पत्ति का बंटवारा किया जाना चाहिए, घाटों की साफ-सफाई व्यवस्था जब उत्तराखंड सरकार के निर्देशन में की जाती है तो घाटों के निर्माण व अन्य विकास के कार्य भी उत्तराखंड सरकार की निगरानी में किया जाना न्यायसंगत होगा। उन्होंने कहा यूपी सिंचाई विभाग द्वारा यह अलकनंदा घाट के बंद किये हुए रास्ते को लेकर आम जनता में आक्रोश है यह आक्रोश आने वाले दिनों में बड़े आंदोलन का रूप ना ले लें, इसके लिए शीघ्र ही रास्ता खोला जाना उचित होगा।
अलकनंदा घाट से गेट हटाए जाने की मांग करते प्रदर्शनकारियों में लालचंद सिंह, ऋषि पाल, भोला यादव, विजय गुप्ता, विनय वर्मा, जय सिंह बिष्ट, गौरव गोयल, सौरभ कश्यप, रामकिशोर रावत, सुनील बिष्ट, राहुल, मोनू, कमल अरोड़ा, सतीश अग्रवाल, रमेश कुमार बृजपाल, पवन शर्मा, मोहनलाल, मनोज मंडल आदि प्रमुख रूप से शामिल रहे।