सीए ब्रांच द्वारा पीयर रीव्यू पर एक दिवसीय ट्रैनिंग प्रोग्राम का आयोजन…
हरिद्वार। बुधवार को आईसीएआई की हरिद्वार ब्रांच द्वारा एक स्थानीय होटल में एक दिवसीय ट्रेनिंग प्रोग्राम का आयोजन किया गया। सीए गिरीश मोहन अध्यक्ष हरिद्वार ब्रांच ने बताया कि सीए फर्मों द्वारा जिन कंपनियों ने 50 करोड़ से अधिक का ऋण ले रखा है या जो सीए फर्म बैंकों का आडिट करती है उनको पीयर रीव्यू करना आवश्यक हो गया है। उसके बिना वह फर्म सीए एक अप्रैल 25 से बैंक आडिट नही कर पायेगें।
इस ट्रैनिंग प्रोग्राम में सीए अनुज गोयल सैन्ट्रल कांऊसिल मैंबर व पीयर रीव्यू बोर्ड मैंबर व सीए ज्ञान चंद्र मिश्रा की नोट स्पीकर तथा प्रोफेसर डॉ सुनील कुमार बत्रा विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित हुए। सीए अनुज गोयल ने बताया कि भारत के सीए की मांग भारत में ही नहीं अपितु विश्व में लगातार बढ़ती जा रही है। उन्होंने बताया इन्सीटयूट विभिन्न शहरों में सेन्टर आफ ऐक्सिलैंस स्थापित करने
जा रही है, उसमे हमारा प्रयास है कि हरिद्वार में भी इसकी स्थापना की जा सकें। सीए ज्ञानचन्द्र मिश्रा ने भी पीयर रीव्यू पर प्रकाश डाला और कहा कि इन्सीटयूट अपने मैम्बर्स व सीए फर्म के कार्य की उत्कृष्टता की जांच पीयर रीव्यू द्वारा कर रहा है। जिससे आने वाले समय में आडिट क्वालिटी उत्तम हो।
पीयर रीवयू ट्रैनिंग प्रोग्राम के लिए दिल्ली से सीए शशि गुप्ता, सीए आयुष जैन व सीए नकुल अरोरा ने उपस्थित मैंबर्स को ट्रैनिंग दी, कि आपको आडिट करते समय क्या जरूरी डाक्यूमेंट रखने हैं और क्या-क्या सावधानियाँ रखनी हैं।
इस अवसर पर एसएमजेएन डिग्री काॅलेज के प्राचार्य डाॅ. सुनील कुमार बत्रा को भी सम्मानित किया। प्रोफेसर बत्रा ने बताया कि आज हमारे संस्थान के लिए गर्व की बात है कि हमारे काॅलेज के बहुत से छात्र-छात्राऐं आज सीए बन कर देश का गौरव बढ़ा रहे हैं। उन्होंने बताया कि सी ए अनुज गोयल एवं हरिद्वार ब्रांच के अध्यक्ष सीए गिरीश मोहन एवं सभागार में उपस्थित बहुत से सीए महाविद्यालय के छात्र रह चुके हैं। कार्यक्रम में मंच का संचालन सीए अर्पित वर्मा ने किया व आयोजन में सीए प्रबोध जैन का विशेष योगदान रहा।
इस कार्यक्रम में सीए हरि रतूडी, सीए सुमित शर्मा, सीए सुधांशु शर्मा, सीए अनिल जैन, सीए अनिल वर्मा, सीए अंकुर अग्रवाल, सीए वासु अग्रवाल, सीए आशुतोष पांडे, सीए रंजीत टिबरी बाल, सीए विष्णु बर्मन, सीए अनमोल गर्ग, सीए समीक्षा, सीए शालिनी आदि उपस्थित रहें।