सराय स्थित डंपिंग यार्ड में कूड़े के ढेर की जगह बनेगा मटेरियल रिकवरी फैसिलिटी, जानिए…
हरिद्वार / सुमित यशकल्याण।
हरिद्वार। नगर निगम हरिद्वार ने शहर को कूड़ा मुक्त करने के अपने संकल्प की ओर एक और कदम बढ़ाया। सराय में स्थित एकीकृत कूड़ा प्रबंधन सयंत्र में अविरल परियोजना के सहयोग से सूखे कूड़े के निस्तारण हेतु मटेरियल रिकवरी फैसिलिटी (एमआरएफ) का निर्माण कराया जा रहा है। शहर के कई निवासियों द्वारा अब कूड़े को अलग-अलग यानी गीला और सूखा में विभाजित कर डोर-टू-डोर सेवा को दिया जा रहा है। इस सूखे कूड़े को संसाधन में परिवर्तित करने का काम इस एमआरएफ में होगा।
इस एमआरएफ हेतु ज़मीन की उपलब्धता न होने पर नगर निगम ने सराय स्थित कूड़े के 12000 टन के ढेर को दिन-रात कार्य कर साफ़ किया और जगह बनायी। इस एमआरएफ का शिलान्यास बुधवार को मेयर श्रीमती अनीता शर्मा, पार्षद राजेश शर्मा, पार्षद श्रीमती मोनिका सैनी, पार्षद श्रीमती रेनू अरोड़ा, पार्षद श्रीमती पिंकी चौधरी, पार्षद अनुज सिंह, नगर आयुक्त दयानन्द सरस्वती, सहायक नगर आयुक्त एम.एल. शाह, अधिशाषी अभियंता श्रीमती रचना पायल, सेनेटरी इंस्पेक्टर विकास छाछर के कर कमलों द्वारा हुआ। इस कार्यक्रम में कासा ग्रीन संस्था के वरिष्ठ अधिकारी एवं सराय प्लांट में सफाई के इंचार्ज आयुषी हाइजीन से सुधीर भी मौजूद रहे। सराय ग्राम के स्थानीय लोग भी इस कार्यकम में पधारे और नगर निगम के काम की सराहना की ।
इस एमआरएफ में प्रतिदिन अधिकतम 05 टन सूखे कूड़े का प्रसंस्करण होगा एवं गंगा नदी में जा रहे प्लास्टिक की मात्रा में कमी आएगी। अविरल परियोजना के अंतर्गत 04 से 05 महीने में यह प्लांट बन कर तैयार हो जायेगा और नगर निगम को हस्तांतरित कर दिया जायेगा।