भगवान शिव सूक्ष्म आराधना से ही प्रसन्न होकर मनवांछित फल देते हैं -आचार्य करूणेश मिश्र।
हरिद्वार। अध्यात्म चेतना संघ द्वारा ज्वालापुर के मोती महल मण्डपम् में श्री शिव सहस्त्रार्चन का भव्य आयोजन किया गया। जिसमें अनेक राज्यों से आए सैकड़ों श्रद्धालुओं ने भाग लिया। संस्था के संस्थापक आचार्य करुणेश मिश्र के सान्निध्य और आचार्यत्व में 31 वेदपाठी विद्वानों ने विधि विधान से शिवार्चन सम्पन्न कराया। आयोजन में अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष एवं श्री पंचायती अखाड़ा महानिर्वाणी के सचिव श्रीमहन्त रविन्द्र पुरी महाराज मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। अध्यात्म चेतना संघ एवं श्रीगंगा सभा के अध्यक्ष नितिन गौतम एवं अध्यात्म चेतना संघ के संरक्षक प्रो.पीएस चौहान ने माल्यार्पण कर श्रीमहंत रविंद्रपुरी का स्वागत किया।
श्रीमहंत रविंद्रपुरी महाराज ने कहा कि पुराणों में वर्णन है कि गुरु पूर्णिमा से कृष्ण जन्माष्टमी तक सवा महीने भगवान शिव दक्षेश्वर मंदिर कनखल में ही निवास करते हैं और अपने भक्तों को मनोवांछित फल प्रदान करते हैं। अध्यात्म चेतना संघ के संस्थापक आचार्य करूणेश मिश्र ने कहा कि सहस्त्र सहस्त्रार्चन पूजा पाठ में भाग लेने वाले परिवारों में सुख-समृद्धि का वास होगा। उन्होंने कहा कि राष्ट्र कल्याण में सभी को अपनी भागीदारी सुनिश्चित करना चाहिए। भगवान शिव सूक्ष्म आराधना से ही प्रसन्न होकर मनवांछित फल देते हैं। अध्यात्म चेतना संघ एवं श्री गंगा सभा के अध्यक्ष नितिन गौतम व श्री अखण्ड परशुराम अखाड़े के अध्यक्ष पण्डित अधीर कौशिक ने कहा कि श्रावण के महीने में भगवान शंकर करने से पूरे परिवार पर शिव का आशीर्वाद बना रहता है। घर में मंगल कार्य होते रहते हैं। भगवान भाव के भूखे हैं भाव से ही भगवान की प्रार्थना की जानी चाहिए। प्रो.पीएस चौहान ने कहा कि सत्य ही शिव है। सत्य का मार्ग अवश्य ही कल्याणकारी होता है। आध्यात्मिक आयोजनों से वातावरण शुद्ध होता है। वरिष्ठ चिकित्सिका डॉ.सन्ध्या शर्मा, तीर्थ पुरोहित पंडित शरद झा, आलोक हरितोष ने भगवान शिव का पूजन कर आरती की। इस अवसर पर धड़ा फिराहेडियान के सचिव सचिन कौशिक, समाजसेवी इंद्रराज दुग्गल, बृजेश शर्मा, अर्चना वर्मा, अनिल बाबू शर्मा सहित अनेक श्रद्धालु उपस्थित रहे।