शिक्षक से सन्यासी तक का सफरनामा पुस्तक का मेला आईजी ने किया विमोचन,भजन संध्या का भी हुआ आयोजन
गोपाल रावत
अपने जीवन में सरलता,विनम्रता जैसे गुणों को आत्मसात करना चाहिए- हिमालयन योगी
हरिद्वार। गोपाल रावत -हिमालयन पीठाधीश्वर सत्कर्मा धाम भागीरथी नगर में पुस्तक विमोचन एवं भजन संध्या का आयोजन किया गया। हिमालयन योगी स्वामी वीरेंद्रानंद गिरि जी महाराज महामंडलेश्वर श्री पंच दशनाम जूना अखाड़ा के जीवन पर केंद्रित पुस्तक शिक्षक से सन्यासी तक का सफरनामा का विमोचन पुलिस मेला अधिकारी आईजी संजय गुंज्याल ने सैकड़ों लोगों की उपस्थिति में किया। किताब युवा साहित्यकार ,विचारक इंजीनियर ललित शौर्य ने लिखी है।
इस अवसर पर दिल्ली से आये सुप्रसिद्ध गायक, सुर सम्राट रियाज मलिक ने अपने भजनों से श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया। पुस्तक विमोचन कार्यक्रम एवं भजन संध्या को संबोधित करते हुए हिमालयन पीठाधीश्वर ने कहा कि, ‘‘ हरिद्वार में आयोजित यह आलौकिक कुम्भ हम सभी को समरसता का पाठ पढ़ा रहा है। हमें अपने जीवन में सरलता,विनम्रता जैसे गुणों को आत्मसात करना चाहिए। भजन हमें ईश्वर से जोड़ते हैं। ईश्वर का एककाकर हो इसके लिए भजन, योग, ध्यान बहुत आवश्यक है।‘‘ आईजी संजय गुंज्याल ने कहा कि, ‘‘ लेखक ललित शौर्य द्वारा लिखी यह पुस्तक हिमालयन योगी के समग्र चिंतन व जीवन का दर्शन कराती है। लेखक ने हिमालयन पीठाधीश्वर के जीवन के विभिन्न पहलुओं को रोचक प्रसंगों के माध्यम से लिखा है। यह पुस्तक हर किसी को पढ़नी चाहिए। जीवन का सफर कैसा होना चाहिए निश्चित ही हमें यह पुस्तक पढ़कर अनुभव होगा।‘‘ पुस्तक के लेखक ललित शौर्य ने कहा, ‘‘हिमालयन पीठाधीश्वर स्वामी वीरेंद्रानंद गिरि जी का व्यक्तित्व एवं कृतित्व अनूठा है। यह एक परिचयात्मक पुस्तक है। बहुत जल्द एक वृहद पुस्तक प्रकाशित करने की योजना है। पुस्तक लेखक का कार्य चल रहा है। स्वामी जी का जीवन संघर्ष व जीवटता से भरा हुआ है। जो स्वयंमेव लेखन की प्रेरणा देता है।‘‘
इस अवसर पर टीम सत्कर्मा के प्रांतीय संयोजक भूपेश बिष्ट, हरीश धामी, भवान बिष्ट, मनोज चंद, प्रकाश पाल, योगेश साथ ही धारचूला, मुनस्यारी के विभिन्न ग्राम सभाओं से आये सैकड़ों लोग उपस्थित रहे।