शौर्यगाथा के माध्यम से मुझे मिली धमकी_ गोविंद दास
हरिद्वार। कनखल स्थित श्री पंचायती अखाड़ा बड़ा उदासीन में संतो के बीच चल रही जंग में लगातार कोर्ट से मिल रही हार से बौखलाए एक संत ने मीडिया को भी निशाना बनाना शुरू कर दिया है। कारोबारी महंत गोविंद दास ने आरोप लगाया है कि शौर्य गाथा पोर्टल के माध्यम से उन्हें धमकी मिली है। उनके इस बयान से पत्रकारों में रोष है, मीडिया जगत में इसकी निंदा की जा रही है।
दरअसल रविवार को महामंडलेश्वर रूपेंद्र प्रकाश महाराज जी के प्राचीन अवधूत मंडल आश्रम में एक धार्मिक कार्यक्रम था ,जिसमें कई साधु संत सम्मिलित होने आए थे, वहां पर कुछ मीडिया कर्मी वरिष्ठ संतो की आदिपुरुष फिल्म पर चल रहे विवाद को लेकर बाइट कर रहे थे , तभी वहां बैठे गोविंद दास महाराज ने मीडिया कर्मियों को कहा कि मुझे भी कुछ कहना है, मेरी भी बाइट ले लो, वरिष्ठ संतो की बाइट करने के बाद मीडिया कर्मी गोविंद दास की भी बाइट करने लगे, तब गोविंददास ने बाइट देते हुए कहा कि उनके अखाड़े के कुछ संतो ने उन्हें धमकी दी है गोविंद दास ने आरोप लगाया कि उनके अखाड़े के कुछ संत उनकी हत्या करवाना चाहते हैं या उन्हें किसी षड्यंत्र में फसाना चाहते हैं, इसी बीच बाइट देते समय गोविंद दास ने कहा की शौर्य गाथा पोर्टल के माध्यम से उन्हें धमकी मिली है,उनके इस गैजिम्मेदाराना बयान से पत्रकारों में रोष है,
बडा अखाडा के संतों के बीच आपसी विवाद चल रहा है जिसको लेकर पिछले दिनों महंत रघुमुनि महाराज ने अखाड़े में प्रेस वार्ता कर अखाड़े के संतो द्वारा की जा रही अनर्गल बयानबाजी पर नसीहत देते हुए कई संतों को कहा था कि उनकी अभी हैसियत नहीं है। जो उनके बारे में बोले, वे अखाड़े के 4 प्रमुख पदों में से एक महंत पद पर आसीन हैं और अभी नए-नए स्थानीय संत जिस भाषा का प्रयोग कर रहे हैं। यह उन्हें शोभा नहीं देती है उन संतो को अपनी गरिमा में रहना चाहिए, इस प्रेस वार्ता की खबर शौर्य गाथा पोर्टल पर भी खबर छापी गई थी, निर्भीक, निष्पक्ष पत्रकारिता करने वाले शौर्य गाथा की यह खबर आदरणीय संत जी को शायद बुरी लगी गई, अभी तक बीजेपी नेता और शहर के प्रॉपर्टी कारोबारी को कोस रहे इस संत ने सीधे-सीधे मीडिया पर भी निशाना साधना शुरू कर दिया है।
शौर्य गाथा की तरफ से गोविंद दास महाराज को फोन करके उनके इस बयान पर आपत्ति करते हुए पूछा कि आपने यह कहा है की शौर्य गाथा से आपको धमकी मिल रही है, शौर्य गाथा पोर्टल खबर छपता है ना की किसी को धमकी देता है, तो गोविंद दास महाराज ने कहा कि मैंने ऐसा नहीं कहा, मैंने कहा था की शौर्य गाथा पोर्टल में खबर छपी है।
जानिए पूरा विवाद
श्री पंचायती अखाड़ा बड़ा उदासीन में पंच परमेश्वर की परंपरा है। पंच परमेश्वर में चार महंत और एक गोला साहिब बनकर पंच परमेश्वर का निर्माण होता है। इस समय अखाड़ा मैं चार महंत हैं जिसमें श्री महंत महेश्वर दास, दूसरे नंबर पर महंत रघु मुनि महाराज तीसरे पायदान पर महंत दुर्गादास महाराज और चौथे नंबर पर अद्वेतानंद महाराज जी विराजमान हैं। पिछले दिनों 3 महंतों ने एक राय करके महंत रघु मुनि महाराज, कनखल अखाड़े के कोठारी महंत दामोदर दास महाराज अखाड़े के सचिव अग्रदास महाराज सहित अन्य संत कोठारी से निष्कासित कर दिया था। जिसको महंत रघु मुनि महाराज ने असैवेधनिक करार दिया था, जिसके विरोध में महंत रघु मुनि महाराज प्रयागराज कोर्ट गए थे, कोर्ट ने तीनों महंतो के निर्णय को संविधान विरुद्ध बताते हुए महंत रघु मुनि को स्टे दिया था ,उसके बाद दुर्गादास गुट सहायक निबंधक कार्यालय प्रयागराज गए थे जहां पर सहायक निबंधक प्रयागराज ने पूरे मामले को सुनकर तीनों महंतो के निर्णय को गलत करार दिया था और आदेश दिया था कि जब तक माननीय कोर्ट में मामला लंबित है तब तक आप का निर्णय 0 माना जाता है और आपके द्वारा किए गए गलत निर्णय से पहले अखाड़े में जो स्थिति थी वह सभी पदाधिकारी अपने पदों पर बने रहेंगे, उनके कार्य में बाधा उत्पन्न ना की जाए, दुर्गादास गुट को दो जगह से निराशा मिलने के बाद जब कहने को कुछ नहीं था, उसके बाद अखाड़े में अनर्गल बयानबाजी का दौर शुरू हुआ, हरिद्वार में संतों ने एक लामबंदी करके एक बीजेपी नेता पर आरोप लगाने शुरू कर दिए, उसके बाद प्रॉपर्टी डीलरों के नाम भी घसीटे जाने लगे और अब अहमियत शब्द से बौखलाय , संत ने मीडिया हाउस को भी निशाना बनाना शुरू कर दिया है और मीडिया की आवाज को भी अनर्गल बयानबाजी कर दबाने की कोशिश की जा रही है।
दूसरी तरफ महंत रघु मुनि और महंत दुर्गा दास महाराज कोठारी महंत दामोदर दास महाराज अयोध्या में जमात में पहुंचे हुए हैं ,जहां एक दूसरे को फूल माला पहनाकर स्वागत कर रहे हैं, शोभायात्रा निकाल रहे हैं उस से बेखबर हरिद्वार के संत जुबानी जंग छेड़े हुए हैं।