केंद्र सरकार की मुहिम हरिद्वार में एफएसडब्ल्यू वैन के माध्यम से की गई दूध की सैंपलिंग…
हरिद्वार। खाद्य पदार्थ हमारे जीवन में काफी महत्वपूर्ण है इसकी क्वालिटी अच्छी हो तो हमारे शरीर को पोषण मिलता है इसी को देखते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा एफएसडब्ल्यू वैन का शुभारंभ किया गया था जिसके द्वारा पूरे देश में खाद्य पदार्थों की जांच की जा सके। उत्तराखंड में केंद्र सरकार द्वारा दो एफएसडब्ल्यू वेन दी गई हैं जिसके माध्यम से उत्तराखंड में खाद्य पदार्थों की जांच की जा रही है। होली का समय नजदीक आ रहा है इसी को देखते हुए खाद्य सुरक्षा विभाग द्वारा आज बुधवार को हरिद्वार के लालढांग क्षेत्र में मौके पर ही दूध की सैंपलिंग की गई और साथ ही लोगों को जागरूक भी किया गया।
इस दौरान खाद्य सुरक्षा अधिकारी महीमानंद जोशी ने बताया कि 25 तारीख को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा एफएसडब्ल्यू वैन का शुभारंभ किया गया है, उत्तराखंड को दो वैन प्राप्त हुई हैं एक देहरादून में कार्य कर रही है तथा दूसरी वैन को हरिद्वार में खाद्य पदार्थ की जांच के लिए भेजा गया है। कल हमारे द्वारा ज्वालापुर क्षेत्र में सैंपलिंग की गई थी आज लालढांग क्षेत्र में दूध की सैंपलिंग की गई क्योंकि यहीं से भारी मात्रा में दूध की सप्लाई होती है, हमारे द्वारा ढाई दर्जन से ज्यादा सैंपलिंग की गई सभी सैंपल सही पाए गए। स्थानीय लोगों को भी हमारे द्वारा जागरूक किया गया कि वह स्वयं किस तरह से जांच कर सकते हैं।
खाद्य सुरक्षा विभाग द्वारा एफएसडब्ल्यू वैन के माध्यम से खाद्य सामग्री की सैंपलिंग को लेकर व्यापारी भी काफी खुश नजर आ रहे हैं, व्यापारियों को कहना है कि भारत सरकार ने एफएसडब्ल्यू वैन के माध्यम से खाद्य पदार्थों की सैंपलिंग की जो मुहिम चलाई है यह काफी अच्छी है। आज खाद्य सुरक्षा विभाग ने हमारे द्वारा बेचे जा रहे दूध की सैंपलिंग की और वह सही पाया गया हमें संतुष्टि हुई कि हम सही माल बेच रहे हैं, हमें नहीं पता था कि वैन के माध्यम से खाद्य पदार्थ की सैंपलिंग की जा सकती है इससे बेचने वाला भी और खरीदने वाला भी संतुष्ट होगा। त्योहारों का सीजन आते ही नकली खाद्य सामग्री बड़े पैमाने पर बाजारों में बेची जाती है जिस कारण लोग बीमार होते हैं, मगर अब केंद्र सरकार द्वारा शुरू की गई एफएसडब्ल्यू वैन के माध्यम से खाद्य पदार्थों की सैंपलिंग मौके पर ही की जाएगी जिससे नकली खाद्य पदार्थ को पकड़ा जा सके। अब देखना होगा इस मुहिम का आने वाले वक्त में कितना असर होता है क्योंकि इस मुहिम के माध्यम से लोगों को जागरूक करने का कार्य भी किया जा रहा है।