मनमानी। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष ने जवाहर बाल मंच के नेशनल कोऑर्डिनेटर की सिफारिश को दरकिनार कर अपने चहेते को बनाया मंच का चीफ स्टेट कोऑर्डिनेटर…
देहरादून। उत्तराखंड प्रदेश में एक बार फिर कांग्रेस पार्टी की अंतर्कलह सामने आई है। इस बार जवाहर बाल मंच के चीफ स्टेट कोऑर्डिनेटर को लेकर प्रदेश अध्यक्ष करन महारा पर नियम कायदे को ताक पर रखकर अपने चेहते को चीफ स्टेट कोऑर्डिनेटर बनाने का मामला सामने आया है। दरअसल ऑल इंडिया कांग्रेस कमेटी के द्वारा देश में नया संगठन जवाहर बाल मंच बनाया गया है जिसके तहत जवाहर बाल मंच के नेशनल कोऑर्डिनेटर अजय चंद्र चौबे ने चेयरमैन डॉक्टर जी.वी. हरि को उत्तराखंड प्रदेश में 04 नाम भेजे थे, जिसमें कांग्रेस के पूर्व प्रदेश प्रवक्ता मनीष कर्णवाल को चीफ कोऑर्डिनेटर और और सोनिया आनंद रावत गोपाल मोहन भट्ट, मोहसिन कुमार को स्टेट कोऑर्डिनेटर बनाए जाने की सिफारिश की गई थी, जिसकी भनक लगते ही प्रदेश अध्यक्ष करण माहरा ने अपने चहते अंशुल रावत को संगठन के राष्ट्रीय महामंत्री वेणु गोपाल को पत्र भेजकर आनन-फानन में चीफ स्टेट कोऑर्डिनेटर मनोनीत करा दिया गया है। जिसके बाद से जवाहर बाल मंच के अंदर हलचल पैदा हो गई है नाराज नेशनल कोऑर्डिनेटर अजय चंद्र चौबे ने उत्तराखंड प्रभारी पद से इस्तीफा दे दिया है।
कांग्रेस के नेता प्रदेश अध्यक्ष पर मनमानी करने का आरोप लगा रहे हैं। सोशल मीडिया पर चर्चा हो रही है कि जब किसी मंच के चेयरमैन और नेशनल कोऑर्डिनेटर की सिफारिशों का कोई महत्व ही नहीं है तो क्यों इस तरह किसी को जिम्मेदारी देकर इन नेताओ का उपहास उड़ाया जा रहा है।