नक्सली हमलों को रोकने के लिए सरकार बनाए पुख्ता नीति-शंकराचार्य अधोक्षजानंद
सुमित यशकल्याण
शंकराचार्य अधोक्षजानंद ने नक्सली हमले पर जताया दुख, शहीद जवानों को दी श्रद्धांजलि
हरिद्वार। गोवर्धन पुरी पीठाधीश्वर जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी अधोक्षजानंद देवतीर्थ ने छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले में हुए नक्सली हमले पर गहरा दुख व्यक्त किया है। उन्होंने शहीद हुए जवानों को श्रद्धांजलि दी है। साथ ही सरकार को सलाह दी है कि सुरक्षा के दृष्टिगत ऐसी नीति बनाई जाए ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाएं रोकी जा सकें।
हरिद्वार कुम्भ मेले में प्रवास कर रहे शंकराचार्य देवतीर्थ ने आज गंगा तट पर कई संत महात्माओं के साथ नक्सली हमले में शहीद हुए जवानों की आत्मा की शांति के लिए उन्हें श्रद्धांजलि और उनके परिवारों को दुख सहने की शक्ति मिले, इसके लिए ईश्वर से प्रार्थना की। साथ ही हमले में घायल हुए जवानों के जल्द से जल्द ठीक होने की कामना की।
इस मौके पर जगद्गुरु ने कहा कि छत्तीसगढ़ समेत देश के अन्य भागों में अक्सर नक्सली हमले होते रहते हैं, जिनमें सुरक्षा बल के जवानों की जान चली जाती है। ऐसे में सरकार को ऐसी नीति बनानी चाहिए, जिससे भविष्य में इस तरह की घटनाओं की पुनरावृत्ति को रोका जा सके।
शंकराचार्य ने सरकार से यह भी कहा कि इस तरह के नक्सली हमलों में जान गवाने वाले जवानों को शहीद का दर्जा मिलना चाहिए। इसके अलावा शहीद हुए जवानों के परिजनों को कम से कम एक करोड़ रुपये की सहायता राशि उपलब्ध कराई जानी चाहिए ताकि पीड़ित परिवार आर्थिक रुप से परेशान न हो।
गौरतलब है कि छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले में कल नक्सलियों के साथ हुए भीषण मुठभेड़ में सुरक्षा बलों के कई जवान शहीद हो गए हैं। विभिन्न मीडिया संस्थानों से मिली जानकारी के अनुसार अब तक कुल 23 जवानों के शव घटना स्थल से प्राप्त हो चुके हैं।