प्राचीन मर्म चिकित्सा विज्ञान की ट्रेनिंग लेने के लिए गुरुकुल आयुर्वेद कॉलेज पहुंचे त्रिपुरा के 06 आयुर्वेद डॉक्टर…
हरिद्वार। प्राचीन मर्म चिकित्सा विज्ञान की ट्रेनिंग लेने के लिए हरिद्वार के गुरुकुल आयुर्वेद कॉलेज पहुंचे त्रिपुरा के 06 आयुर्वेद डॉक्टर की दस दिवसीय ट्रेनिंग पूरी हो गई है। ट्रेनिंग पूरी होने पर कुलपति डॉक्टर सुनील जोशी ने सभी चिकित्सकों को सर्टिफिकेट दिए। उत्तराखंड आयुर्वेद यूनिवर्सिटी और त्रिपुरा सरकार के बीच हुए एमओयू के तहत यह ट्रेडिंग प्रोग्राम चलाया जा रहा था।
BYTE :– डॉ. तपस सरकार, प्रशिक्षु।
चिकित्सा विज्ञान की ट्रेनिंग लेने वाले डॉक्टरों का कहना है कि उन्हें इस चिकित्सा पद्धति के बारे में जानकारी थी लेकिन प्रैक्टिकल नॉलेज नहीं होने के चलते वे इसे मरीजों का इलाज नहीं कर पा रहे थे लेकिन अब वे आयुर्वेद के साथ मर्म चिकित्सा पद्धति से भी मरीजों का उपचार करेंगे।
BYTE :– डॉ. सुनील जोशी, कुलपति, उत्तराखंड आयुर्वेद यूनिवर्सिटी।
उत्तराखंड आयुर्वेद यूनिवर्सिटी के कुलपति प्रोफ़ेसर सुनील जोशी ने बताया कि इस कार्यक्रम के तहत विश्वविद्यालय में त्रिपुरा सरकार के स्वास्थ्य विभाग के 06 चिकित्सा अधिकारियों को मर्म चिकित्सा एवं नाड़ी तथा प्रकृति परीक्षण की ट्रेनिंग विभिन्न विश्वविद्यालय के एक्सपर्ट फैकल्टी के द्वारा दिलवाई गई। इसमें 80 घंटे के प्रशिक्षण कार्यक्रम में 40 घंटे व्याख्यान में एवं 40 घंटे उक्त विषय के चिकित्सा प्रयोगात्मक कार्य में निपुण किया गया।
कार्यक्रम में विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर सुनील जोशी, परिसर निदेशक प्रोफ़ेसर पंकज शर्मा, प्रोफेसर अनूप गक्खड़, कुलसचिव द्वारा संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर धन्वंतरी वंदना के साथ कार्यक्रम का शुभारंभ किया। कार्यक्रम का संचालन डॉ. नंदकिशोर दाधीचि द्वारा किया गया। इस अवसर पर प्रो. प्रेमचंद शास्त्री, डॉ. संजय गुप्ता उप कुलसचिव, प्रोफेसर जी.पी. गर्ग, डॉ. राजीव कुरेले, प्रो. डी.के. गोयल, प्रो. विपिन चंद्र पांडे, डॉ. विपिन अरोरा, डॉ. इला तन्ना, डॉ. रूपश्री, डॉ. बिपिनचंद्र आदि शिक्षक गण, हरीशचंद्र गुप्ता डॉ. नेहा जोशी, डॉ. गरिमा, डॉ. सौरभ सिंह, डॉ. आरती सेमवाल गुरुकुल के पीजी शोधार्थी, इंटर्न छात्र-छात्राएं आदि प्रमुख रूप से उपस्थित रहे।