अदालत ने राज्य सरकार को दिए निर्देश कहा जल्द करे ब्लैक फंगस की जानकारी सार्वजनिक और कमजोर वर्गो का करे कोरोना टीकाकरण। जानिए
हरिद्वार/ तुषार गुप्ता
कोरोना की दूसरी लहर के शांत पढ़ने के बाद अब लोगों को ब्लैक फंगस बीमारी का खौफ मंडरा रहा है।देश में 31,216 मामलों और 2,109 मौतों के साथ पिछले तीन हफ्तों में 150 प्रतिशत से अधिक की वृद्धि हुई है।प्रभावित रोगियों के इलाज के लिए महत्वपूर्ण दवा – एम्फोटेरिसिन-बी – की भारी कमी के कारण, संख्या में वृद्धि आंशिक रूप से प्रेरित है।
देहरादून जिले में ब्लैक फंगस के रोगियों की कुल संख्या 319 हो गई है, जबकि उत्तराखंड में कुल मिलाकर ब्लैक फंगस के मामले 56 मौतों के साथ 356 हो गए हैं।एम्स, ऋषिकेश में कम से कम 220 मरीजों का इलाज चल रहा है। अब तक 31 मरीजों ने काले फंगस से जंग जीत ली है।
इस बीच नैनीताल हाईकोर्ट ने केंद्र सरकार को उत्तराखंड को जीवन रक्षक दवाओं की निर्बाध आपूर्ति मुहैया कराने का निर्देश दिया है।
10 जून को अदालत ने राज्य सरकार को समाज के कमजोर वर्गों, खासकर उन लोगों के लिए जिला स्तर पर टीकाकरण का आयोजन करने का भी निर्देश दिया, जो पहचान पत्र की कमी के कारण टीकाकरण से वंचित थे।इसके लिए राज्य सरकार को टास्क फोर्स बनाने का निर्देश दिया गया है।अदालत ने मंत्रालय को ब्लैक फंगस दवा की उपलब्धता के बारे में जानकारी सार्वजनिक करने और यह सुनिश्चित करने का भी निर्देश दिया था कि यह लोगों तक पहुंचे।