चिलचिलाती गर्मी में हीट स्ट्रोक का खतरा, दिल्ली के मेडिकल एक्सपर्ट डॉ. शरद गौड़ के मुताबिक गर्मियों में ऐसे रखें अपना ख्याल…
उत्तराखण्ड / सुमित यशकल्याण।
देहरादून। उत्तराखण्ड में इन दिनों भीषण गर्मी ने कहर बरपाया हुआ है। तेज धूप और गर्म हवाओं ने जीना दुश्वार किया हुआ है। ऐसे में हीट स्ट्रोक का खतरा बढ़ गया है। विशेषज्ञ डाक्टरों ने गर्मियों में हीट स्ट्रोक से बचाव के लिए कुछ सावधानियां बरतने के सुझाव दिए हैं।
हिन्दू राव अस्पताल, दिल्ली के मेडिकल एक्सपर्ट डॉक्टर शरद गौड़ के मुताबिक गर्मियों में ऐसे रखें ख्याल…
यह है हीट स्ट्रोक…
डॉ. गौड़ के मुताबिक हीट स्ट्रोक एक ऐसी अवस्था होती है जिसमें शरीर का तापमान बढ़ जाता है। गरमी में शरीर में पानी और नमक की मात्रा घट जाती है और त्वचा गर्म हो जाती है तथा शरीर का तापमान 104 सेंटीडिग्री से ऊपर चला जाता है। हीट स्ट्रोक की समस्या पर अस्पताल जाएं, पैरों को ऊपर की तरफ़ रखें, इससे रक्त का प्रभाव मस्तिष्क तक बना रहेगा, बेचैनी में ओआरएस का पानी पिलाए, शरीर गर्म होने पर ठंडे पानी की पट्टी रखें।
हीट स्ट्रोक के लक्षण…
सिर दर्द, उल्टी, चक्कर आना, बेहोशी, घबराहट, बेचैनी, शरीर में दर्द, त्वचा का सूखापन।
ऐसे करें बचाव…
डॉ. गौड़ ने बताया कि गर्मी में कम से कम बाहर निकलें और अगर बाहर निकलना पड़े तो छाता या टोपी पहनकर निकलें, पानी भरपूर मात्रा में पिएं, तरबूज़, नींबू पानी, नारियल पानी का इस्तेमाल करें। लस्सी छाछ आदि ठंडी चीज़ों का सेवन करें, तला भुना खाना कम खाएं, गर्मियों में ढीले और सूती कपड़े पहनें, बाहर से आते ही एयर कंडीशन व कूलर की ठंडी हवा में ना जाएं और ना ही फ्रीज का ठंडा पानी पिएं।