आजादी के अमृत महोत्सव के उपलक्ष्य पर योगा दौड़ (रन फार योगा) का आयोजन कर अन्तर्राष्ट्रीय योग दिवस हेतु लोगों को किया गया जागरूक, जानिए…
हरिद्वार / सुमित यशकल्याण।
हरिद्वार। आजादी के अमृत महोत्सव के उपलक्ष्य पर अन्तर्राष्ट्रीय योग दिवस के अर्न्तगत योगा दौड़ (रन फार योगा) का आयोजन
ऋषिुकल राजकीय आयुर्वेद महाविद्यालय से ज्वालापुर तक अन्तर्राष्ट्रीय योग दिवस हेतु जनजागरण किया गया। योगा दौड़ का शुभारम्भ ऋषिकुल राजकीय आयुर्वेद महाविद्यालय के परिसर निदेशक प्रो./डॉ. अनूप कुमार गक्खड़ एवं इडियन रेडक्रॉस सचिव डॉ. नरेश चौधरी ने संयुक्त रूप से हरी झण्डी दिखाकर किया। योगा दौड़ ऋषिकुल से प्रारम्भ होकर मालवीय चौक, रानीपुर मोड़ चन्द्राचार्य चौक, प्रेमनगर आश्रम, शंकर आश्रम, आर्यनगर चौक, पुल जटवाड़ा से होकर वापिस ऋषिकुल राजकीय आयुर्वेद महाविद्यालय में सम्पन्न हुई। जनजागरण योगा दौड़ में ऋषिकुल राजकीय आयुर्वेद महाविद्यालय के छात्र-छात्रायें, शिक्षक, अधिकारी, कर्मचारी एवं इंडियन रेडक्रास के स्वयं सेवकों ने योग के प्रति जनमानस को जागरूक करने के लिए विभिन्न स्लोगनस यथा- “घर-घर अलख जगायेगें, सभी को योग सिखायेंगे”, “हर-दिन सुबह-शाम करें योग, निकट नहीं आयेगा कभी रोग”, “योग द्वारा जीवन को बनाओ पूर्ण, स्वस्थ शरीर द्वारा ही होगा व्यक्तित्व परिपूर्ण”, “रोग मुक्त जीवन जीने की हो चाहत, नियमित योग करने की डालो आदत”, “योग है जीवन का सार, इसके बिना है सब बेकार”, लिखी हुई तख्तियां-पोस्टर एवं बैनर लेकर लोगो को योग के प्रति जागरूक किया।
योगा दौड़ में मुख्य रूप से परिसर निदेशक डॉ. अनूप कुमार गक्खड़, इंडियन रेडक्रॉस सचिव डॉ. नरेश चौधरी, डॉ. रीना दीक्षित, डॉ. वेद भूषण, डॉ. पारूल, डॉ. शोभित, डॉ. ज्ञान प्रकाश, डॉ. प्रियंका, डॉ. ए.एन. पाण्डेय, डॉ. ओ.पी. सिंह, डॉ. के.के. शर्मा, डॉ. महेश, मंजू पाण्डेय, अनिल नेगी, अमित सिंह, सतीश, रविशंकर, राजकुमार, डॉ. संजय त्रिपाठी, डॉ. एस.पी. वशिष्ठ एवं महाविद्यालय के कर्मचारी, छात्र छात्राओं, रेडक्रॉस स्वयं सेवकों ने प्रतिभाग किया। अन्त में परिसर निदेशक डॉ. अनूप कुमार गक्खड़ ने सभी को धन्यवाद ज्ञापित करते हुये कहा कि योग से ही मानव का शारीरिक एवं मानसिक विकास होता है। अतः योग को अपनी दिनचर्या में सर्वोच्च प्राथमिकता के आधार पर मानकर प्रतिदिन योग अवश्य करने की आदत में रखकर योग करना है।