कुंभ मेला कोरोना जांच घपला। शुरुआती जांच में ही खुलने लगी घपले की परतें, बड़े घपले की आशंका, जानिए
सुमित यशकल्याण
हरिद्वार । महाकुंभ मेले के दौरान कोरोना जांच के नाम पर बड़ा खेल करने वाली कंपनी मैक्स कॉर्पोरेट सर्विस और उसकी सहयोगी लैब नलवा और डॉक्टर लाल चंदानी लैब के काले कारनामे जांच की शुरूआत में ही सामने आने लगे हैं। निश्चित तौर पर जांच पूरी होने पर बड़ा घोटाला सामने आने की उम्मीद दिखाई दे रही है। जिलाधिकारी सी रविशंकर द्वारा पूरे घपले की जांच के लिए मुख्य विकास अधिकारी सौरव गहरवार के नेतृत्व में 3 सदस्य कमेटी गठित की है जो पूरे मामले की जांच कर रही है जांच में सामने आया है कि आरोपी कंपनी ने कुंभ मेला संपन्न हो जाने के बाद भी हजारों एंट्री पोर्टल पर दर्ज करी है। सबसे बड़े चौंकाने वाले तथ्य है कि एक ही सैंपल नंबर की कई बार एंट्री हुई है इसके अलावा एक ही पते और फोन नंबर पर कई कई व्यक्तियों के नाम दर्ज किए हैं कंपनी ने अन्य राज्य राजस्थान और उत्तर प्रदेश के शहरों में भी फर्जी एंट्री दिखाई है ।
सी एम ओ द्वारा fir दर्ज कराई
सीएमओ द्वारा शहर कोतवाली में मुकदमा दर्ज किए जाने के बाद पुलिस ने भी अपनी जांच शुरू कर दी है जांच में सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि नेपाली फार्म के एक पते पर करीब 4000 लोगों की जांच दर्शाई गई है वह एक ही मोबाइल नंबर पर 56 व्यक्तियों की जांच एंट्री दर्ज की गई है।
पंजाब के बाद हरिद्वार में भी आया मामला
———————-–
रुड़की क्षेत्र के मथाना गांव के रहने वाले अश्वनी ने जिलाधिकारी को पत्र भेजकर शिकायत दर्ज कराई है कि उनके मोबाइल पर दो बार कोरोना जांच के सैंपल कलेक्शन और दो बार रिपोर्ट नेगेटिव का मैसेज आया है जबकि उसने कोरोना जांच कराए ही नहीं थी इस तथ्य को भी जांच में जोड़ा गया है।
अपनी लापरवाही से भी सबक नहीं ले रहा है स्वास्थ्य महकमा
घपला सामने आने के बाद उक्त कंपनीयो द्वारा ढाई लाख लोगों की जांच का सत्यापन करने के लिए विभाग ने मात्र 10 कर्मचारियों को लगाया है। ऐसे में तो ढाई लाख लोगों के मोबाइल नंबर सत्यापित करने में 10 कर्मचारियों को महीनों लग जाएंगे, इससे पता चलता है कि स्वास्थ्य महकमा किस तरह से सुस्त चाल की वजह से इतना बड़ा घपला हो गया और विभाग आज भी अपनी सुस्ती तोड़ने को तैयार नहीं है। पूरे घपले की कमेटी जांच कर रही है अब देखना बाकी है कि रोज घपले की कौन-कौन सी परते खुलकर सामने आती हैं