एसएमजेएन (पीजी) काॅलेज में जनजागरुकता हेतु जल संरक्षण एवं जल संवर्धन विषय पर नुक्कड़ नाटक का किया गया आयोजन…
हरिद्वार। शुक्रवार को एसएमजेएन (पीजी) काॅलेज में पर्यावरण प्रकोष्ठ, आन्तरिक गुणवत्ता आश्वासन प्रकोष्ठ तथा नेहरू युवा केंद्र, हरिद्वार द्वारा ‘कैच द रेन अभियान’ के अन्तर्गत जनजागरुकता हेतु जल संरक्षण एवं जल संवर्धन विषय पर नुक्कड़ नाटक का आयोजन किया गया।
इस अवसर पर स्टेट एग्रीकल्चर मार्केटिंग बोर्ड्स की राष्ट्रीय परिषद के सलाहकार गिरीश चंद्र बलूनी कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित थे। बलूनी ने इस अवसर पर उत्तराखंड के जल संसाधन में लगातार हो रही कमी को समझाते हुए कहा कि पर्यावरण संरक्षण के बिना एक सशक्त राष्ट्र की परिकल्पना नही की जा सकती हैं। उन्होंने उत्तराखंड के अल्मोड़ा जिले में हो रही जल संकट की समस्या का उल्लेख करते हुए बताया कि वैश्विक स्तर पर हो रही जल संकट की समस्या को स्थानीय स्तर पर किए गए प्रयासों से ही हल किया जा सकता हैं। बलूनी ने एसएमजेएन (पीजी) कॉलेज एवं नेहरू युवा केन्द्र हरिद्वार द्वारा पर्यावरण संरक्षण की दिशा में चलाए जा रहे संयुक्त प्रयासों की भूरि-भूरि प्रशंसा करते हुए कहा कि सरकार के साथ मिलकर महाविद्यालय एवं नेहरू युवा केन्द्र के संयुक्त तत्वावधान द्वारा चलाए जा रहे जनजागरुकता कार्यक्रमों को उत्तराखंड समेत पूरे देश तक पहुंचाए जाएंगे।
काॅलेज के प्राचार्य प्रोफेसर सुनील कुमार बत्रा ने समाज के प्रत्येक वर्ग को पर्यावरण संरक्षण में योगदान देने का संदेश दिया। उन्होंने धारणीय विकास की अवधारणा पर प्रकाश डालते हुए कहा कि पृथ्वी पर जीवन के अस्तित्व को बनाए रखने हेतु संसाधनों का संरक्षण आवश्यक है।
कार्यक्रम में अर्शिका, श्रेया नामदेव, गायत्री पंवार, हर्षित प्रजापति तथा अंजली भट्ट की टीम ने नुक्कड़ नाटक का मंचन किया।
कार्यक्रम का सफल संचालन पर्यावरण प्रकोष्ठ के समन्वयक डॉ. विजय शर्मा ने किया। डॉ. शर्मा ने भूजल स्तर में हो रही गिरावट तथा उसके समाधान के लिए वैज्ञानिक पक्ष रखा।
इस अवसर पर परवीन गोयल, प्रदीप गोस्वामी, डॉ. शिवकुमार चौहान, डाॅ. लता शर्मा, डॉ. अमिता मल्होत्रा, डॉ. महिमा नागयान, कार्यालय अधीक्षक मोहन चन्द्र पाण्डेय, आलोक शर्मा, अनन्या भटनागर, मधुर अनेजा, भावेश, जॉनी कश्यप आदि छात्र-छात्राऐं उपस्थित रहे।