कोर विश्वविद्यालय रूड़की ने धूमधाम से मनाया 26वाॅं स्थापना दिवस…
हरिद्वार / रुड़की। कोर विश्वविद्यालय रुड़की (पूर्व कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग रुड़की) ने अपनी स्थापना के ऐतिहासिक 26 वर्ष पूर्ण होने पर, एक दिवसीय कार्यक्रम आयोजित कर अपना स्थापना दिवस बडे़ हर्ष एवं उल्लास के साथ मनाया ।
कार्यक्रम में मााननीय कुलाधिपति कोर विश्वविद्यालय जे.सी. जैन ने बतौर मुख्य अतिथि एवं ब्रिगेडियर राजेश भट्ट कमान्डेन्ट बंगाल इंजीनियरिंग ग्रुप एण्ड सेन्टर रूडकी, एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर एआईआईएमएस ऋषिकेश डॉ.मीनू सिंह, प्रो. चांसलर कोर विश्वविद्यालय श्रेयांश जैन, उपाध्यक्षा श्रीमती सुनीता जैन एवं कार्यकारी निदेशक श्रीमती चारू जैन ने विशिष्ट अतिथि के रूप में हिस्सा लिया। विशेष आमन्त्रित अतिथियों में फ्रंटियर बेसिन मैनेजर ओएनजीसी गोपाल जोश, जीएमएम बीएचईएल हरिद्वार सुनील कुमार गर्ग, अध्यक्ष सिडकुल मैन्यूफैचरिंग एसोसिएशन उत्तराखण्ड डाॅ. हरेन्द्र कुमार गर्ग रहे। कार्यक्रम प्रतिकुलपति डाॅ. बी.एम. सिह के सफल निर्देशन में आयोजित हुआ। मंच का संचालन डाॅ. वीरालक्ष्मी एवं डॉ. रश्मि गुप्ता ने किया।
मुख्य अतिथि ने संस्थान द्वारा प्रकाशित शोध जर्नल (पत्रिका) ‘अनवेश‘, व अन्य न्यूज लेटर, का विमोचन किया जिनमें आरएण्डडी न्यूज लेटर, विश्वविद्यालय न्यूज लेटर अन्य विभागीय न्यूज लेटर आदि है। कोर के संस्थापक एवम अध्यक्ष जे.सी. जैन ने संस्थान की उपलब्ध्यिो पर हर्ष व्यक्त किया तथा कोर संस्थाओं के उज्जवल भविष्य की कामना की। उन्होंने छात्रों तथा शिक्षकों को शिक्षा के क्षेत्र में विश्व स्तर के मानक स्थापित करने का आहवाहन किया। मुख्य अतिथि कुलाधिपति कोर विश्वविद्यालय जे.सी. जैन ने 26वें स्थापना दिवस की सभी छात्रों, कर्मचारियों, शिक्षकों एवं प्रबन्ध समिति को बधाई दी। उन्होंने काॅलेज ऑफ इंजीनियरिंग रूड़की जो आज कोर विश्वविद्यालय बन चुका है के तकनिकी एवं प्रबंध शिक्षा के योगदान की प्रसंशा की और कहा कि कोर की शिक्षा के मानचित्र पर एक अलग पहचान है उत्तराखण्ड ही नही अपितु इसकी पहचान भारत के कोने कोने तक फैली है और शायद ही विश्व कोई देश है जहाॅं इस संस्था के छात्र सेवारत नही है।
उन्होंने भारत में तकनिकी शिक्षा के और विकास पर बल देते हुए कहा कि तकनिकी शिक्षा में शोध करना अत्यन्त आवश्यक है। क्योकि तकनिकी शिक्षा के बल पर ही हमारा देश प्रगति के मार्ग पर आगे बढ सकता है। अध्ययन के साथ साथ ही छात्रों को अपने सामाजिक और नैतिक मूल्यो को समझना चाहिए उनकी रक्षा करना आपका परम कर्तव्य बनता है उन्होंने छात्रों एवं शिक्षकों से देश एवं प्रदेश के विकास के माॅडल पर शोध करने का आहवाहन किया और कहा देश के विकास में योगदान देने वाले छात्रों एवं शिक्षको को हमारा हर संभव सहयोग रहेगा।
कार्यक्रम की रूपरेखा को आगे बढाते हुए प्रतिकुलपति डाॅ. बी.एम. सिंह ने संस्थान की स्थापना के प्रथम दिन से लेकर आज तक की उपलब्धियों एवं विकास पर प्रकाश डालने के साथ-साथ आगामी योजनाओ के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि कोर बीते 26 वर्षाे में प्रतिवर्ष नयी ऊॅंचाईयो को छूता चला गया एवं उसी मार्ग पर अग्रसर रहेगा। उन्होंने बताया कि कोर में उच्च कोटि के शिक्षक है जो छात्रों को शिक्षण का कार्य कर रहे हैं हम हमेशा उच्च कोटि की शिक्षा प्रदान करने एवं उच्च स्तरीय शोध कार्यो के लिए प्रतिबद्ध है। साथ ही उन्होंने एक वर्ष में किये गये शोध कार्यो का विवरण दिया। उन्होंने सभी शिक्षकों एवं छात्रों को बधाई दी और कठिन परिश्रम करने के लिए प्रेरित किया।
इसके बाद मुख्य अतिथि महोदय ने संस्थान के शिक्षकों को अभिप्रेरणा पुरस्कार प्रदान किया। इसके साथ ही संस्थान मे इस वर्ष 10, 15 एवं 20 वर्षो का कार्यकाल पूर्ण कर चुके कर्मचारियों एवं शिक्षको को रिकग्नििशन अवार्ड से सम्मानित किया जिनमें थोमस मैथ्यू, डाॅ. अमरनाथ, राजीव शर्मा, दिव्या मिश्रा, विपिन कुमार, विनीत कुमार, मंयक देव, नितिन चन्द, अमित कुमार ने पुरस्कार ग्रहण किये।
इस अवसर पर विभिन्न वर्षो के पास आउट पूर्व छात्रों को सम्मानित किया गया जिसमें मधुप राय, वरूण पंजानी, विशाल गुप्ता, मुकेश धीमान, दीपक पंवार, रवीश कुमार, अनुढांगर, रोहित गर्ग, जितेन्द्र सिंह पंसार, एशांत जैन, पंकज गर्ग, निहारिका सेमवाल, स्वपनिल मुयाल, पुल्कित मल्होत्रा, कपित पंथ, निखिल गुप्ता, रितेश कुमार, दिप्ती अग्रवाल, अपार बंसल आदि रहे ।
स्थापना दिवस के विशेष अवसर पर शोध कार्य को बढावा देने व शोधार्थियों को प्रेरित करने के उददेश्य से शिक्षको व छात्रों को शोध प्रोत्साहन पुरस्कार से सम्मानित किया गया जिनमें मुख्यतः अंकित कुमार सिंघल, डाॅ. अरूणा भटट, डाॅ. गेसु ठाकुर, डाॅ. कमल कपूर, डाॅ. इंदूजा, डाॅ. ब्रजमोहन सिंह, डाॅ. रोहित कन्नौजिया, डाॅ. मुनीश सेठी, डाॅ. कमल कुमार गोला, डाॅ. मृदुला सिंह डाॅ. एस.पी. पाण्डेय, डाॅ. रश्मि गुप्ता, छात्रो में चिराग जोशी, अंक्सिता जैन, शिवम राय,, जानवी बंसल, आदि रहे।
26वे स्थापना दिवस के अवसर पर प्रत्येक कलास में प्रथम, द्वितीय व तृतीय स्थान प्राप्त करने वाले छात्र-छात्राओं को क्रमश सात हजार, पांच हजार एवं तीन हजार रुपए के अभिप्रेरणा पुरस्कार से सम्मानित किया गया जिनमें आयुषी पंवार, देवकी, रितिका सिंह, तान्या चौहान, प्रियंका, अनिषा, गुंजन, आजिब, अभिषेक, अमन, नारायण, प्रेरणा, श्यामह, हर्षिता, वात्सल्य, साजिया, नीतेश, आकृति, रागनी, पियूष, एकांस, उत्कर्ष, विशाल, अदिति, शिफा, नवनीत, अर्पित, तुषार, समिक्षा, आफिया, शिवम, अनन्त, प्रिन्स आदि रहे।
विशिष्ट अतिथि एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर एआईआईएमएस ऋषिकेश डॉ. मीनू सिंह ने कहा कि मेडिकल साइंस के क्षेत्र में तकनीकी का महत्व दिन पर दिन बढ़ता जा रहा है, इसलिए टेक्नीशियन के कंधों पर ज्यादा जिम्मेदारी आ रही है और शिक्षा के क्षेत्र में कोई भी उत्कृष्ट कार्य शिक्षकों एवं छात्रों के समन्वय के बिना नहीं किया जा सकता।
विशिष्ट अतिथि ब्रिगेडियर राजेश भट्ट ने 26वें स्थापना दिवस के अवसर पर समस्त और परिवार को बधाई दी एवं युवाओं से देश के समग्र विकास में बहुमुखी योगदान देने का आह्वान किया, उन्होंने कहा कि भारत युवाओं का देश है और आज युवाओं के कंधों पर देश की बड़ी जिम्मेदारियां हैं उन्हें अपनी जिम्मेदारियो को समझना चाहिए। जिससे हमारा विकसित होने का सपना पूर्ण हो सके जिसके लिए आज भारतीय सेना विभिन्न शैक्षणिक संस्थान से समन्वय स्थापित कर रही है।
गोपाल जोशी ग्रुप जनरल मेनेजर ओएनजीसी ने ओएनजीसी की भूमिका उसके कार्य भविष्य की योजनाएं एवं छात्रों के लिए उपयोगिता को विस्तार से समझाया। इसी क्रम में सिडकुल संगठन उत्तराखंड के अध्यक्ष हरेंद्र गर्ग ने बताया की उत्तराखंड में मैन्युफैक्चरर बड़ी तेज गति से विस्तार कर रहे हैं और उत्तराखंड देश-विदेश के इन्वेस्टर्स को आकर्षित कर रहा हैं। उन्होंने विभिन्न क्षेत्रों में उत्तराखंड के उत्पादन को विस्तार से बताया।
कार्यक्रम के अन्त में सभी अतिथियों को स्मृति चिन्ह भेंट किये गये। विश्वविद्यालय प्रो. चांसलर कोर श्रेयांश जैन ने सभी अतिथियों का आभार व्यक्त किया एवं पुनः आगमन का अनुरोध किया।
इस अवसर पर कालेज के सभी छात्र-छात्राएं, कर्मचारी, शिक्षक उपस्थित रहे।