जन समस्याओं को लेकर शहर व्यापार मंडल की बैठक हुई आहूत…
हरिद्वार / सुमित यशकल्याण।
हरिद्वार। गुरुवार को वर्तमान में हरिद्वार शहर के भीतर व्यापारियों, तीर्थ यात्रियों एवम जनता को समक्ष क्षेत्रों में पेश आ रहीं जन समस्याओं को लेकर शहर व्यापार मंडल की बैठक होटल में आहूत की गई। बैठक में व्यापार मंडल के व्यापारियों एवम पदाधिकारियों द्वारा अपने-अपने क्षेत्र में पेश आ रहीं समस्याओं के बारे में बताया गया एवम इन समस्याओं के निवारण हेतु सिटी मजिस्ट्रेट से मिलकर स्थायी समाधान होने तक लड़ाई लड़ने का निर्णय लिया गया।
बैठक की अध्य्क्षता प्रवीण शर्मा, संचालन महामंत्री विमल सक्सेना द्वारा की गई। शहर उपाध्यक्ष दीपक ने बताया कि वर्तमान में हरिद्वार के कुशावर्त घाट एवम आसपास के क्षेत्रों में गंदगी का अम्बार लगा हुआ है, होटलों एवम कॉम्प्लेक्सो का गन्दा पानी एवम सीवर सड़कों पर बहता है जिसके कारण व्यापारियों और तीर्थ यात्रिओं को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। शिव नारायण द्वारा बताया गया कि पहले पालिका मार्किट का एक रास्ता शौचालय की तरफ खुलता था जिसे बंद कर दिया गया है उसे पुनः खुलवाए जाने का प्रस्ताव दिया।
उपाध्यक्ष चंद्र मोहन द्वारा हर की पौड़ी क्षेत्र में चल रहे अवैध भण्डारों व अवैध ठिकानों पर प्रशासनिक कार्यवाही करवाये जाने का प्रस्ताव प्रस्तुत किया गया। महामंत्री विमल सक्सेना द्वारा बताया गया कि हर की पौड़ी, बेलवाला क्षेत्र व गंगा घाटों पर संचालित हो रही अवैध ठेलियों ने आतंक मचा रखा है कई ठेलीयों हर तरह की अवैध पदार्थो भी विक्रय करते हैं, तीर्थ नगरी को चौपाटी बना कर तीर्थ मर्यादा को तार-तार किया जा रहा है, इस पर अंकुश लगाने के लिए जिला प्रशासन के साथ मिलकर रणनीति बनाई जाएगी।
बैठक में शहर के भीतर के यात्री बाहुल्य क्षेत्र में दबाव कम करने हेतु यातायात व्यवस्था दुरुस्त करने व व्यापारियों हेतु सीसीआर टॉवर के समीप आरक्षित नि:शुल्क पार्किंग बनवाये जाने का प्रस्ताव भी रखा गया।
बैठक में सामाजिक कार्यकर्ता एवम पत्रकार विकास तिवारी को शहर व्यापार मंडल का शहर प्रवक्ता नियुक्त करने हेतु प्रस्ताव लाया गया जिसका सभी उपस्थित पदाधिकारियों एवम व्यापारियों द्वारा समर्थन किया गया।
बैठक में कोषाध्यक्ष अनुज गुप्ता, उपाध्यक्ष पंकज छाबड़ा, पुनीत त्रिपाठी, दीपक अत्री, चंद्रमोहन सचदेवा, जगमोहन वर्मा, धर्मेन्द्र पाठक, सौरभ ठाकुर एवं राजेन्द्र चुटैला मौजूद रहे।