मानवता ही सबसे बड़ा धर्म .प्रो. मित्तल
सुमित यशकल्याण
विश्व के विकास में सहयोग देने वाले सभी श्रमिक: प्रो.मित्तल
हरिद्वार ।प्रति वर्ष की भांति, इस वर्ष भी भारत विकास परिषद अविरल गंगा शाखा रुड़की द्वारा आज 1 मई को श्रमिक दिवस मनाया गया. अविरल गंगा शाखा इस दिन श्रमिकों को उनके श्रम के प्रति सम्मान प्रकट करने के लिए श्रमिक दिवस मनाती है. इस बार भी शाखा के सभी 40 सदस्यों द्वारा विभिन्न संकाय के श्रमिकों को एक किट भेंट की गयी जिसमें साबुन, तौलिए, टूथ पेस्ट, टूथ ब्रश के साथ साथ मास्क भी दिए गए.
सदस्यों ने सफाई योद्धाओं के साथ साथ एम्बुलेंस ड्राइवर, माली, नर्स, कोविद मरीजों के कम्पाउन्डर्स इत्यादि को यह किट प्रदान की गई. जहां शाखा अध्यक्ष श्रीमती मधु जैन, सचिव रीति वर्मा, कोषाध्यक्ष नीरज मित्तल तथा श्री अनिल माहेश्वरी द्वारा सफाई कर्मचारियों को यह किट दी गयी,
वहीँ शाखा के मुख्य संरक्षक डॉ सत्येंद्र मित्तल और श्री नीरज अग्रवाल द्वारा मालियों को किट दे कर सम्मानित किया गया. श्री मुकुल गर्ग, श्रीमती सुगंध जैन, श्रीमती रेणु जैन द्वारा सड़क बना रहे मजदूरों को किट दी गयी. शाखा के चिकित्सक सदस्यों द्वारा एम्बुलेंस ड्राइवर तथा नर्सों को किट दे कर सम्मानित किया गया तथा समाज में उनके द्वारा श्रेष्ठ कार्यो के प्रति अपनी कृतज्ञता व्यक्त की गई
इस मौके पर आईआईटी रुड़की के प्रोफेसर डॉक्टर सत्येंद्र कुमार मित्तल ने कहा कि मानवता ही सबसे बड़ा धर्म है मनुष्य मानवता के बिना जानवर समान है उन्होंने कहा कि पूरे विश्व में सेवा करने वाले सभी श्रमिक हैं श्रम का मतलब जो मेहनत से रोटी कमाए और दुनिया को विकास के रास्ते पर ले जाएं यह कार्य करने वाला श्रमिक है उसमें वैज्ञानिक शिक्षक मजदूर सभी जो समाज के विकास में योगदान करते हैं वे सभी श्रमिक है