कुंभ मेले में संस्कार परिवार के शिविर में काव्य कुंभ का हुआ आयोजन, जानिये पूरी खबर
सुमित यशकल्याण
हरिद्वार महाकुंभ के पावन अवसर पर संस्कार परिवार देहरादून द्वारा देवभूमि दिव्य ग्राम शिविर सप्तसरोवर में भारत माता मंदिर के महामंडलेश्वर स्वामी लालितानंदगिरि जी महाराज और संस्कार परिवार के अधिष्ठाता आध्यात्मिक गुरु आचार्य बिपिन जोशी के पावन सानिध्य में दीप प्रज्वलन के साथ आज काव्य कुंभ का आयोजन किया गया देवभूमि उत्तराखंड के लब्ध प्रतिष्ठित कवियों ने कुंभ और गंगा जी को समर्पित एक से बढ़कर एक कविता का पाठ किया।
काव्य कुंभ की अध्यक्षता कर रहे प्रसिद्ध गीतकार रमेश रमन ने मां गंगा जी को समर्पित “जितनी गांऊ उतनी कम है तेरी महिमा गंगा जी, नवजीवन जन-जन को देती तेरी ममता गंगा जी …. कविता की प्रस्तुति की, वीर रस के हस्ताक्षर श्रीकांत श्री ने अमर शहीदों को प्रणाम करते हुए “शहीदों की शहादत को कभी बदनाम मत करना…… कविता का पाठ किया। महेंद्र माही ने “धरा को स्वर्ग बनाने वाली,पाप अभिशाप मिटाने वाली
किसी भी भेदभाव से गाफिल,
सभी पे प्यार लुटाने वाली
करे मन है कठौती का चंगा।
सभी के दिल मे बह रही गंगा…….
संस्कृत के कवि डा०शैलेश तिवाड़ी ने देववाणी संस्कृत में पाठ करते हुए कहा “जयतु जयतु संस्कृत परिवारः….. डॉ सुशील त्यागी जी ने कुंभ पर आधारित कविता “महाकुंभ के महापर्व पर जो भी श्रद्धालु आए,सच पूछो अपने जीवन में वह दुखों से मुक्ति पाए…… कविता सुनाई.कार्यक्रम का सफ़ल संचालन कर रहे डा०प्रकाश पंत ने संस्कृत मे काव्य पाठ करते हुए कोरोना संकट पर अपनी कविता प्रस्तुत की -जगति जनता भयाक्रांता समस्या का नवीनेयम !
गुहानात् या समायात महामारी नवीनेयम!………… प्रसिद्ध कुमाऊनी कवि प्रकाश पाण्डेय ने भगवान गणेश जी पर आधारित अपनी कुमाऊनी कविता प्रस्तुत की – पैलिक द्याप्त गणेश थापनूं गौरिका च्याल छैं गजानना!……..
साथ ही बरसात पर आधारित उमड़ घुमड़ कर आओ रे बदरा, धरणि दरश को तरस रही है …..कविता प्रस्तुत की।
इस अवसर पर डॉक्टर मथुरा दत्त जोशी राष्ट्रीय कवि संगम के प्रदेश अध्यक्ष अशोक गोयल, हरिद्वार संयोजन जोगेश बहुगुणा, तेजवीर सिंह शीतल पंवार, दिव्या घिल्डियाल, दीपक शर्मा आदि उपस्थित रहे।