हरिद्वार की सड़कों पर दौड़ रहे अवैध खनन सामग्री से ओवरलोड वाहन लोगों की जान पर भारी,कुंवर प्रणव सिंह चैम्पियन ने की मुख्य सचिव से कार्यवाही की मांग
हरिद्वार में धड़ल्ले से चल रहे अवैध खनन का खेल अब जनपद वासियों की जान पर भारी पड़ रहा है जिसको लेकर खानपुर के पूर्व विधायक कुंवर प्रणव सिंह चैम्पियन ने खुलकर आवाज उठाई है,उन्होंने हरिद्वार में अवैध खनन को बंद करने की मांग को लेकर मुख्य सचिव को एक शिकायती पत्र दे दिया है जिसमें अवैध खनन को रोकने सहित इसमें लिप्त अधिकारियों की जांच करने की मांग की है साथ ही ऐसा न किए जाने पर उग्र आंदोलन करने की चेतावनी भी दी है,
शिकायती पत्र में उन्होंने कहां है कि आपको अवगत कराना है कि जनपद हरिद्वार में फैले अवैध खनन कारोबार में लिप्त खनन माफिया द्वारा पुलिस प्रशासन की सांठ-गांठ से खुलेआम डंपर, ट्रैलर, ट्रौली आदि अवैध वाहन, जिनमें से अधिक पर नम्बर प्लेट भी नहीं होती है; द्वारा धडल्ले से वृहद स्तर पर खनन सामग्री का दुलान मुख्य मार्गों एवं ग्रामीण क्षेत्रों से बे रोक टोक किया जा रहा है।
दुर्भाग्य यह है कि सड़क पर यह बड़े वाहन अति तीव्र गति से बहुत लापरवाहीं व बदतमीजी से ड्राईवरों द्वारा चलाए जाते हैं, जिससे अनेक दुर्घटनाएँ घटित होकर बहुत सी अमूल्य जानें जाती हैं, और इन “मौत के सौदागरों” का पुलिस विभाग के संरक्षण के कारण कुछ नहीं बिगडता और कोई सख्त कानूनी कार्यवाही इनके खिलाफ अमल में नहीं लाई जाती है, जिसके फलस्वरूप इनका दुस्साहस और बढता जाता है और यह सडक पर खुलेआम गुण्डागर्दी कर जनसामान्य के जीवन को खतरा बन रहे हैं। इस सबको रोका जाना अति आवश्यक है।
कल दिनांक 17 नवम्बर, 2024 को हमारे खानपुर विधानसभा क्षेत्रान्तर्गत ग्राम ब्राहमणवाला व प्रहलादपुर के तीन किसान, कृषि कार्य हेतु अपने भैंसा व बैल बुग्गी से सडक के किनारे पर चल रहे थे कि खानपुर के समीप एक अति-तीव्र डंपर ट्रैलर, जिसमें अवैध खनन सामग्री भरी थी, ने बड़ी लापरवाही से इन तीनों कृषि वाहनों को सडक की साईड में जाकर बुरी तरह टक्कर मारी जिससे श्री पौपिन सैनी और उनके भैंसे की मौके पर ही दर्दनाक मौत उस भारी ओवरलोडिड बडे वाहन के द्वारा पीसे जाने से हो गयी। श्री शेखर की टांग कट कर पिस गयी और उनके बैल का जबडा और गर्दन टूट गए, वो कभी भी मर सकता है, श्री सौरभ का कंघा और हाथ टूट गऐ : जिनको हायर सेंटर रेफर कर दिया गया। और जैसा कि आम तौर पर ऐसे हादसों में होता आया है. वह अपराधी ट्रक ड्राईवर बेखौफ तेज गती से निकल गया और खानपुर थाने की पुलिस पिकेट ने उसे बगैर चैकिंग जाने दिया, जबकि दुर्घटना के चिन्ह इस डंपर पर मौजूद थे और पुलिस उसको पकड सकती थी, पर नहीं क्यों ? क्योंकि लगा-बंधा पैसा पुलिस विभाग को पहुँच रहा है, जो इन “मौत के दरिंदों” को “गेट पास” स्वयं
ही देते है। यदि कोई गरीब किसान अपने घर में चल रहे निर्माण कार्य आदि हेतु थोडी सी मिट्टी या रेत अपने क्षेत्र से लेकर आ जाए, तो ये ही पुलिस व प्रशासन उसकी जान के पीछे पड जाते हैं; चालान, वाहन सीज, मोटी रायल्टी जुर्माना लगाने से नहीं चूकते और दूसरी ओर इन माफिया चोर अपराधियों के खुलेआम पूर्ण संरक्षण देकर अवैध कारोबार में हिस्सेदारी करते हैं। भला कहां तक उचित है यह आपराधिक गठजोड, जिसमें गरीब नागरिकों की जानें ली जा रही हों ?