गंगा दीपोत्सव में आयुर्वेदिक एवं यूनानी विभाग हरिद्वार ने काली मंदिर घाट पर जलाए हजारों दीपक
हरिद्वार। उत्तराखंड राज्य स्थापना दिवस के शुभ अवसर पर हरिद्वार के काली मंदिर घाट पर एक विशाल दीपोत्सव का आयोजन किया गया। जिला प्रशासन हरिद्वार के निर्देश और संयोजन में आयुर्वेदिक एवं यूनानी सेवाएं विभाग हरिद्वार ने इस कार्यक्रम का आयोजन किया, जिसका मुख्य उद्देश्य मां गंगा के तट पर पर्यावरण संरक्षण एवं स्वच्छता के प्रति जागरूकता फैलाना था। इस कार्यक्रम में गंगा घाटों की सफाई का अभियान भी साथ-साथ चलाया गया, जिसमें विभिन्न विभागों के अधिकारी, कर्मचारी और समाजसेवी संस्थाएं सम्मिलित हुईं। कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण घाट पर जलाए गए हजारों दीपक थे, जिन्होंने इस भव्य आयोजन को अलौकिक रूप प्रदान किया। इस विशेष दीपोत्सव के दौरान शिव डेल पब्लिक स्कूल के बच्चों ने अपनी रचनात्मकता का प्रदर्शन करते हुए दीपों से अद्भुत आकृतियाँ बनाई। बच्चों ने दीपों की सजावट से स्वास्तिक, जय श्री राम, और ॐ के साथ-साथ प्रधानमंत्री माननीय मोदी जी एवं तीर-धनुष की आकृतियों का निर्माण किया, जो कार्यक्रम में उपस्थित सभी लोगों का मन मोहने में सफल रहीं। इन आकृतियों ने न केवल इस आयोजन को धार्मिक और सांस्कृतिक रूप से समृद्ध किया बल्कि सभी उपस्थितों को एकता और श्रद्धा का संदेश भी दिया। उनके द्वारा दीपों से “आयुष प्रदेश” की सुंदर आकृति बनाई गई, जोकि आयुर्वेद और योग के संदेश को जन-जन तक पहुँचाने का प्रतीक था। कार्यक्रम में स्कूल के शिक्षकों और अन्य कर्मचारियों का भी सहयोग प्राप्त हुआ, जिन्होंने बच्चों का मनोबल बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
कार्यक्रम में पधारे अतिथि स्वामी शरद पूरी ने उपस्थित होकर आशीर्वाद और प्रोत्साहन प्रदान किया। उन्होंने कहा कि यह आयोजन आयुर्वेद और गंगा स्वच्छता के प्रति जनजागरूकता का सुंदर प्रयास है, जिससे लोग स्वास्थ्य और पर्यावरण के प्रति अपनी जिम्मेदारियों को समझेंगे। बड़े हनुमान मंदिर के महंत स्वामी प्रभाकर मंजूनाथ महाराज ने कार्यक्रम के सफल संचालन में विशेष योगदान दिया और सभी चिकित्सकों एवं आगंतुकों को प्रसाद के रूप में भोजन ग्रहण करवाया। उन्होंने आयोजन स्थल पर सभी आवश्यक व्यवस्थाओं का भी ध्यान रखा, जिससे पूरे कार्यक्रम में किसी प्रकार की असुविधा नहीं हुई। इस अवसर पर जिला आयुर्वेदिक एवं यूनानी अधिकारी डॉ. स्वास्तिक जैन ने दीपोत्सव एवं सफाई अभियान को सुचारू रूप से संपन्न कराने हेतु हर कदम पर निर्देश दिए। साथ ही जिले के राष्ट्रीय आयुष मिशन के नोडल अधिकारी डॉ. अवनीश उपाध्याय ने कार्यक्रम की भव्यता बढ़ाने में अपनी महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाई। उन्होंने इस आयोजन के लिए विशेष रणनीतिक समर्थन प्रदान किया, जिससे यह कार्यक्रम उच्च स्तरीय और प्रभावशाली बन सका।
गंगा के तट पर इस भव्य दीपोत्सव और सफाई अभियान के आयोजन में हरिद्वार के कई प्रमुख आयुर्वेदिक चिकित्सकों और अधिकारियों ने सक्रिय भागीदारी की। प्रमुख रूप से उपस्थित रहे चिकित्सकों में डॉ स्वास्तिक जैन, डॉ अवनीश उपाध्याय, डॉ. घनेंद्र वशिष्ठ, डॉ. भास्कर आनंद, डॉ. अश्वनी कौशिक, डॉ. नवीन कुमार दास, डॉ. विकास जैन, डॉ. विजेंद्र कुशवाहा, डॉ अनीता कुशवाहा एवं मुख्य फार्मेसी अधिकारी श्री नवीन थपलियाल शामिल हैं। योग अनुदेशक दीपक पांडे और अन्य विक्रम सिंह, रमेश, सुशील कुमार, विनय कुमार, राकेश नेगी, आशीष चौहान और विजय कुमार ने भी आयोजन की सफलता में अपना महत्त्वपूर्ण योगदान दिया। इसके अतिरिक्त, अंकुर सैनी, श्री अरविंद कुमार, मुनीराम, प्रवीण डंगवाल, अमर सिंह, गोविंद, महेंद्र सिंह, प्रहलाद, दीपक, मोहित, योगेंद्र, नरेश पाल और श्री सुनील कुमार जैसे समर्पित कर्मचारी भी उपस्थित रहे, जिन्होंने अपने समर्पण और कड़ी मेहनत से इस कार्यक्रम को सफल बनाने में सहायता की।
कार्यक्रम के दौरान आयुर्वेद एवं यूनानी सेवाएं विभाग के अधिकारियों डॉ. घनेंद्र वशिष्ठ, डॉ. भास्कर आनंद, डॉ. अश्वनी कौशिक, डॉ. नवीन कुमार दास, डॉ. विकास जैन, डॉ. विजेंद्र कुशवाहा, डॉ अनीता कुशवाहा और कर्मचारियों ने भी आयोजन में सक्रिय योगदान दिया। इस दीपोत्सव ने जहां घाटों की स्वच्छता पर बल दिया, वहीं मां गंगा के पवित्र तट पर आयुर्वेद की महत्ता और स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता का संदेश भी दिया। इस आयोजन के माध्यम से लोगों को न केवल गंगा की स्वच्छता का महत्व समझाने का प्रयास किया गया, बल्कि उन्हें आयुर्वेदिक चिकित्सा पद्धति के प्रति जागरूक भी किया गया। जिला प्रशासन और हरिद्वार के नागरिकों की भागीदारी और सहयोग से इस दीपोत्सव का आयोजन सफलतापूर्वक संपन्न हुआ। कार्यक्रम ने पर्यावरण संरक्षण, स्वच्छता, और स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता के संदेश को प्रबलता से प्रस्तुत किया, और भविष्य में इस प्रकार के आयोजनों के माध्यम से सामाजिक जागरूकता बढ़ाने की दिशा में प्रेरणा दी।