भारी बारिश के चलते इंदिरा बस्ती के 12 परिवार शिफ्ट, हर स्थिति से निबटने को तैयार है प्रशासन।

रानीखेत (सतीश जोशी) पिछले 48 घंटे से लगातार हो रही भीषण बारिश के चलते पर्यटक नगरी के सबसे संवेदनशील क्षेत्र इंदिरा बस्ती के 12 परिवारों को प्रशासन ने आपदा को दृष्टिगत रखते हुए बेहद संवेदनशील इस बस्ती से अन्य सुरक्षित स्थान पर शिफ्ट करने की क़वायद शुरू कर दी है। अति संवेदनशील स्थान पर अपना आशियाना बनाकर रह रहे बस्ती के 10 से 12 परिवार के लोगों को रानीखेत स्थित नेशनल स्कूल में शिफ्ट भी कर दिया गया है। 40 वर्षों से भी अधिक समय से कच्चे मकानों में यहां 50 से 60 परिवार रह रहे हैं। हर साल वर्षा ऋतु में आपदा के समय प्रशासन द्वारा इन लोगों को चेतावनी भी दी जाती है। 48 घंटों से हो रही भारी बारिश के चलते स्थानीय प्रशासन ने पुलिस की मदद से इंदिरा बस्ती के कई परिवारों को शिफ्ट किया। बस्ती में लगभग 50 से 60 गरीब परिवार निवास करते हैं। अपने कच्चे मकान बनाकर रहने वाले इन लोगों के अधिकांश परिवार यहां मेहनत मजदूरी कर अपनी गुजर बसर करते हैं। ढलान वाली जगह पर होने के कारण बरसात में अक्सर यह बस्ती बुरी तरह से भूस्खलन की चपेट में आ जाती है। विगत वर्ष भीषण बारिश से आई आपदा में इस बस्ती के कई परिवार खतरे की जद में आ गए थे। भारी भूस्खलन के कारण एक वृद्ध महिला का मकान तो पूरी तरह जमींदोज हो गया था। गुरूवार को भारी बारिश के चलते प्रशासन ने संयुक्त मजिस्ट्रेट राहुल आनंद के नेतृत्व में इंदिरा बस्ती का निरीक्षण किया। प्रशासन dwara अत्यधिक ख़तरे की जड़ में आने वाले 12 परिवारों को अन्यत्र सकुशल स्थान पर शिफ्ट होने को कहा गया। इंदिरा बस्ती के लोगों का कहना है कि वे अपने घरों से अन्यत्र कहीं शिफ्ट नहीं होना चाहते है क्योंकि विगत वर्षों में जो भी अन्य स्थानों पर प्रशासन उनको शिफ्ट करता है वहाँ व्यवस्थाओं में भारी अनियमितता देखने को मिलती है । ना कोई खाना पूछने होता है ना पानी। उनकी माँग थी कि प्रशासन इसी स्थान पर उनके रहने खाने और सुरक्षा की व्यवस्था का इंतज़ाम
करे। बावजूद इसके प्रशासन ने पुलिस फोर्स की मदद से ऐसे लोगों को नेशनल इंटर कालेज में शिफ्ट कर दिया है। ज्ञात हो कि इंदिरा बस्ती में कई परिवार पिछले 50 सालों से निवास कर रहे हैं। 2010 में पहली बार आई आपदा में यहां भारी नुकसान हुआ था। पेयजल स्रोत तक क्षतिग्रस्त हो गए थे। बाद में खतरे की जद में आए 40 से अधिक परिवारों के बिस्थापन की कार्रवाई शुरू की गई। छावनी परिषद क्षेत्र से दूर मंगचौड़ा गांव में इन सभी परिवारों के लिए 22 नाली भूमि भी चिन्ह्ति की गई। प्रशासनिक अधिकारियों का कहना है कि बस्ती के लोग वहां जाने को तैयार नहीं हैं। बस्ती के लोग नगर में ही अपना विस्थापन चाहते हैं। वहीं नायब तहसीलदार हेमंत सिंह माहरा ने कहा कि इंदिरा बस्ती में स्थित अधिकतर कच्चे भवन भूस्खलन की जद में हैं। भारी बारिश के कारण कुछ स्थानों पर भूस्खलन ज़्यादा हो रहा है। पुलिस की मदद से 10 से 12 परिवारों को बस्ती के पास ही नेशनल इंटर कॉलेज में शिफ्ट करने की कार्रवाई प्रशासन द्वारा शुरू कर दी गई है। अधिकतर लोग जाने को तैयार नहीं थे। संयुक्त मजिस्ट्रेट रानीखेत राहुल आनंद के नेतृत्व में शिफ्टिंग अभियान चल रहा है। नेशनल इंटर कॉलेज में इन परिवारों के लिए सभी व्यवस्थाएं प्रशासन द्वारा की गई हैं। प्रशासन हर स्थिति से निबटने को तैयार है।

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