सरकार को घेरने के लिये हरिद्वार में होगी किसानो की महापंचायत, जानिये
सुमित यशकल्याण
हरिद्वार- दिल्ली बॉर्डर पर किसानों के सरकार द्वारा लाये किसान बिल के विरोध को लगभग लगभग 03 माह हो चुके हैं। जिसके बाद अब धर्मनगरी हरिद्वार से भी किसान संगठनों द्वारा सरकार के किसान बिल के विरोध में महापंचायत का आयोजन होने जा रहा है। आगामी 21 फरवरी को हरिद्वार के लक्सर क्षेत्र में किसानों की महापंचायत होने जा रही है।
– लक्सर में होने जा रही किसान महापंचायत के संबंध में किसान संगठन से जुड़े लोगों ने आज प्रेस क्लब हरिद्वार में प्रेस वार्ता की। जिसमें किसान संगठन के पदाधिकारीयों ने कहा कि केंद्र सरकार किसानों का विरोध इस तरह से कर रही है जैसे कि वह किसान नहीं चाईना से लड़ाई लड़ रहे हो, इस अवसर पर उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा लाए गए काले कानून का विरोध किसानों ने अपने लोकतांत्रिक अधिकार के अनुसार ही किया है। उन्होंने इस अवसर पर यह भी कहा कि एमएसपी पर गारंटी और अन्य मांगे जब तक नहीं मानी जाती तब तक किसानों का विरोध जारी रहेगा। उन्होंने कहा कि नए किसान बिल में भंडारण की जो सीमा बढ़ाई गई है उससे महंगाई बढ़ेगी, पिछले 07 सालों में हर चीज के दाम बढ़े हैं बजाय केवल किसान की फसल के। उन्होंने केंद्र सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि सरकार का किसान बिल कोरोना महामारी की मार झेल रहे किसानों की पीठ में छुरा घोपने जैसा है। कोरोना महामारी के दौरान इस तरह का किसान बिल लाना भुखमरी की कगार पर खड़े किसान को खत्म करने की साजिश है, यहां उन्होंने बड़ी बात कहते हुए कहा कि जिस किसी भी सरकार ने किसान का विरोध किया है और किसान परेशान हुआ है तब-तब किसान ने अपना प्रधानमंत्री देश को दिया है उन्होंने प्रेस वार्ता में जिले के सभी किसानों को बड़ी संख्या में महापंचायत में पहुंचने की अपील की।
विकास सिंह सैनी, प्रदेश अध्यक्ष, भारतीय किसान यूनियन अम्बावता, उत्तराखण्ड