मेला अधिकारी दीपक रावत संतो के साथ क्यों पहुंचे छिद्दरवाला के जंगल , जानें कारण
ओमप्रयास
कुंभ 2021 संतो ने धर्म ध्वजा के लिए चिन्हित की लकड़ी
हरिद्वार ने होने वाले कुंभ के अंतर्गत लगातार आकर्षण बढ़ता जा रहा है कुंभ की तैयारियों को तेज करते हुए 13 अखाड़ों के संतों ने शनिवार को मेला प्रशासन के अधिकारियों के साथ देहरादून जनपद के चित्र वाला स्थित जंगल में पहुंच कर कुंभ की धर्म ध्वजा के लिए लकड़ी का चयन किया मेला प्रशासन के अधिकारियों की मौजूदगी में सभी अखाड़ों के संतों ने अपने अपने अखाड़ों के कुंभ में लगाए जाने वाले शिविरों में स्थापित की जाने वाली धर्म ध्वजा के लिए पेड़ों का चयन किया परंपरा के अनुरूप चिन्हित किए गए पेड़ों पर अखाड़ों के नाम लिख दिए गए अब सरकारी प्रक्रिया के अंतर्गत वन विभाग और मेला प्रशासन के अधिकारी इन पेड़ों को विधिवत कटवा कर धर्म ध्वजा बनाने के लिए समुचित लकड़ी अखाड़ों को उपलब्ध कराएंगे दिनभर चली इस कवायद के बीच संतो और अधिकारियों ने बेहतर तरीके से कुंभ मेला संपन्न कराने का संकल्प दोहराया इस दौरान अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष श्री नरेंद्र गिरी महाराज ने पत्रकारों से वार्ता करते हुए बताया कि सनातन परंपरा में कुंभ महा आयोजन होता है इसमें धर्म ध्वजा की स्थापना के साथ ही यह माना जाता है कि कुंभ शुरू हो गया है परंपरा के अनुरूप आज सभी संतो ने अपने अखाड़ों की धर्म ध्वजा के लिए लकड़ी का चयन किया उन्होंने कहा कि कुंभ को लेकर सभी अखाड़े अपने अपने तरीके से तैयारियों में जुटे हुए हैं वही कुंभ मेला अधिकारी दीपक रावत ने पत्रकारों से वार्ता करते हुए बताया कि प्रशासन कुंभ के बेहतर आयोजन के लिए लगातार प्रयासरत है उसी के तहत आज संतो के साथ धर्म ध्वजा की लकड़ी का चयन करने के लिए जंगल में प्रशासनिक अधिकारी भी पहुंचे उन्होंने कहा कि संतों के मार्गदर्शन में बेहतर सुंदर स्वच्छ सुरक्षित कुंभ संपन्न कराने के लिए पूरी तैयारी कर ली गई है।
इस दौरान निरंजनी अखाड़े के सचिव श्री महंत रवींद्र पुरी महाराज महानिर्वाणी अखाड़े के सचिव श्री महंत रवींद्र पुरी महाराज निर्मोही अखाड़े के अध्यक्ष राजेंद्र दास निर्वाणी अखाड़े के अध्यक्ष स्वामी धर्मदास महाराज बड़ा उदासीन अखाड़े के कोठारी महंत दामोदर दास महाराज अखाड़े के कुंभ प्रभारी दुर्गा दास महाराज अपर मेला अधिकारी हरवीर सिंह सीओ प्रकाश देवली तहसीलदार मनजीत सिंह गिल सहित बड़ी संख्या में मेला प्रशासन और वन विभाग के अधिकारी भी मौजूद रहे