पुलिस महकमे में विवेचक भत्ते को लेकर बड़ी खबर, डीजीपी को लिखा पत्र
हरिद्वार/ सुमित यशकल्याण
हरिद्वार। प्रदेश के पुलिस महकमे में व्याप्त अनियमितताओं को लेकर समय-समय पर आवाज उठाने वाले हरिद्वार के वरिष्ठ अधिवक्ता अरुण भदोरिया ने प्रदेश के पुलिस महानिदेशक को एक पत्र लिखकर विवेचक भत्ता दिए जाने की मांग की है। अरुण भदोरिया समय-समय पर पुलिस कांस्टेबल से लेकर सब इंस्पेक्टर, इंस्पेक्टर सहित पुलिस अधिकारियों के बीच में वेतन विसंगति और कई प्रकार के अनियमितताओं को लेकर आवाज उठाते रहते हैं। इस बार उन्होंने महानिदेशक को पत्र लिखकर विवेचना के दौरान अपनी जेब से के किए जाने वाले खर्च को लेकर आवाज उठाई है। उन्होंने पत्र में उदाहरण के तौर पर लिखा है कि अगर किसी महिला संबंधित कोई मुकदमा मुकदमे की विवेचना करते समय पता चले की उक्त महिला राजस्थान में है , ऐसे में उस महिला के परिवार के लोग भी गरीब हैं तो नियम अनुसार महिला संबंधित मामले में विवेचक को एक महिला पुलिस और एक कांस्टेबल और आने जाने के लिए एक कार की व्यवस्था भी करनी पड़ती है, विवेचक अपनी जेब से ही यह सारी व्यवस्था करता है और जब मामले का पटाक्षेप हो जाता है तो सभी अधिकारी उस विवेचक अधिकारी को शाबाशी तो देते हैं लेकिन इस दौरान उसकी जेब से कितने हजार रुपए खर्च किए गए इस पर कोई ना तो ध्यान देता है और ना पूछता है क्योंकि ऐसी कोई व्यवस्था पुलिस महकमे में अभी तक नहीं है जिसको लेकर अरुण भदोरिया ने महानिदेशक को पत्र लिखकर विवेचना के दौरान आने वाले खर्चे को संबंधित अधिकारी की संस्तुति पर देने का आग्रह किया है।