अग्नि , निरंजनी अखाड़े में बटी कैलाशानंद ब्रह्मचारी की संपत्ति, किस अखाड़े को क्या मिला जानें
हरिद्वार/ सुमित यशकल्याण
हरिद्वार- अग्नि अखाड़े के महामंडलेश्वर और सिद्ध पीठ दक्षिण काली मंदिर के पीठाधीश्वर स्वामी कैलाशानंद ब्रह्मचारी ने अपने जन्म दिवस के मौके पर पूरे विधि विधान और वरिष्ठ संत महात्माओं की उपस्थिति में श्री पंचायती निरंजनी अखाड़े के सन्यासी के तौर पर जगदगुरु राजराजेश्वरनंद से सन्यास दीक्षा ग्रहण की है । जिसके बाद कैलाशानंद ब्रह्मचारी की प्रमुख 2 संपत्तियों का बंटवारा भी हो गया है। कनखल स्थित आदि शक्ति पीठ स्वामी कैलाशानंद गिरी की सन्यास दीक्षा के बाद उसे निरंजनी अखाड़े की आचार्य महामंडलेश्वर पीठ में तब्दील कर दिया गया है। यह संपत्ति अब निरंजनी अखाड़े की होगी, इसके साथ ही कैलाशानंद गिरी ने सिद्ध पीठ दक्षिण काली मंदिर अग्नि अखाड़े को देने की घोषणा की है अपने जीते जी कैलाशानंद गिरी दक्षिण काली मंदिर के पीठाधीश्वर बने रहेंगे, स्वामी कैलाशानंद गिरी के बाद उनका शिष्य जो कि अग्नि अखाड़े का महंत होगा, वह इस पीठ का उत्तराधिकारी बनेगा। इस मौके पर श्री महंत रविंद्र पुरी महाराज ने 14 जनवरी मकर सक्रांति के दिन कैलाशानंद गिरी को अखाड़े का आचार्य महामंडलेश्वर बनाए जाने की विधिवत घोषणा की।