इंडियन रेड क्रॉस द्वारा कोविड -19 वैक्सीन लगाने का अभियान लगातार जारी, जानिए…
हरिद्वार / सुमित यशकल्याण।
हरिद्वार। इंडियन रेड क्रॉस द्वारा संचालित ऋषिकुल जम्बो वैक्सीनेशन सेंटर पर कोविड-19 की सभी पात्र आयु वर्ग के लाभार्थियों को रोजाना जिलाधिकारी विनय शंकर पांडे मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. कुमार खगेंद्र सिंह के निर्देशन एवं इंडियन रेडक्रॉस सचिव डॉ. नरेश चौधरी के नेतृत्व में रेडक्रॉस स्वयंसेवकों द्वारा वैक्सीन लगाई जा रही है। वैक्सीनेशन सेंटर पर 12 वर्ष से 14 वर्ष आयु वर्ग के लाभार्थियों को कौरबीवैक्स (Corbivax),15 वर्ष से 18 वर्ष आयु वर्ग के पात्र लाभार्थियों को कोवैक्सीन (Covaxin) तथा 18 वर्ष से ऊपर के आयु वर्ग के लाभार्थियों को कोवैक्सीन एवं कोविड शील्ड लगाई जा रही है। जिन लाभार्थियों को प्रथम डोज अभी नहीं लगी है उनको प्रथम तथा जिनको द्वितीय डोज लगनी है उनको द्वितीय डोज एवं जिन लाभार्थियों को प्रिकॉशन (बूस्टर डोज) को लगाने का समय पूर्ण हो गया है, उनको प्रिकॉशन (बूस्टर डोज) कोविड-19 वैक्सीन लगाई जा रही है।
डॉ. नरेश चौधरी ने अवगत कराया कि कौरबीवैक्स की द्वितीय डोज 28 दिन उपरांत, कोवैक्सीन भी 28 दिन उपरांत लगाई जा रही है। प्रिकॉशन डोज (बूस्टर डोज) के लिए द्वितीय डोज लगे हुए 09 महीने का समय होना चाहिए। ऋषिकुल जंबो साइट पर इंडियन रेडक्रॉस द्वारा ऑनकॉल वैक्सीनेशन सुविधा भी दी जा रही हैं। यदि किसी आश्रम स्कूल एवं अन्य स्थानों से कॉल आती है और वैक्सीनेशन के लिए पात्र लाभार्थी उपलब्ध है तो वहां पर रेडक्रॉस वैक्सीनेशन टीम पहुंचकर वैक्सीन लगाने का कार्य कर रही है। यदि कोई लाभार्थी चलने-फिरने में असमर्थ है, दिव्यांग है, अथवा अस्वस्थ है, वरिष्ठ नागरिक है तो इस प्रकार के लाभार्थियों के घर पर ही डॉ. नरेश चौधरी वैक्सीन लगवाने का सराहनीय सेवा कार्य लगातार कर रहे हैं। जिसकी जन समाज कंठ मुक्त प्रशंसा कर रहा है।
श्री पंचायती बड़ा उदासीन अखाड़े में महंत श्री रघुमुनि, महंत श्री दामोदर दास, महंत श्री गोविंद दास, महंत श्री श्याम दास, महंत श्री ब्रह्ममुनि के साथ अखाड़ों के सभी कर्मचारियों को भी कोविड-19 की बूस्टर डोज लगाई गई है। वैक्सीनेशन में डॉ. भावना, डॉ. उर्मिला पांडे, डॉ. आराधना, डॉ. अंजली, डॉ. वैशाली, डॉ. आकांक्षा पंवार, डॉ. हेमलता, डॉ. वर्षा, डॉ. रेनू, डॉ. दीपिका, डॉ. चारुल, आकांक्षा कैंथूरा, एवं पूनम आदि द्वारा सक्रिय सहभागिता की जा रही है।