जूना अखाड़े में जनरल बिपिन रावत व सैन्यकर्मियों के आकस्मिक निधन पर विशेष शांति यज्ञ आयोजित, अखाड़ा परिषद की सरकार से भव्य स्मारक बनाये जाने की मांग…
हरिद्वार / सुमित यशकल्याण।
हरिद्वार। नागा सन्यासियों के सबसे बड़े अखाड़े श्रीपंच दशनाम जूना अखाड़े की पूरे देश में स्थित समस्त शाखाओं तथा प्रमुख मठों में अखाड़े के अंतर्राष्ट्रीय संरक्षक श्रीमहंत हरिगिरि महाराज के निर्देश पर सीडीएस जनरल बिपिन रावत तथा हैलीकाॅप्टर दुर्घटना में शहीद हुए सभी सैन्य अधिकारियों की आत्मा की शाति के लिए विशेष श्रद्वांजलि सभा तथा शांति यज्ञ आयोजित किए गये। हरिद्वार में पौराणिक सिद्वपीठ मायादेवी मन्दिर में श्रीमहंत हरिगिरि महाराज के सानिध्य में माँ मायादेवी तथा नगर कोतवाल आनंद भैरव महाराज की विशेष पूजा-अर्चना कर जनरल बिपिन रावत तथा दिवंगत सभी सैन्य अधिकारियों को भावमीनी श्रद्वांजलि दी गई तथा उनकी आत्मा की शांति व उनके परिजनों को इस असीम दुःख को सहन करने की शक्ति प्रदान किए जाने की प्रार्थना की गई।
श्रीमहंत हरिगिरि महाराज ने कहा कि इस दु:ख की घड़ी में पूरा संत समाज तथा अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद दिवंगत शहीदों के परिजनों व राष्ट्र के साथ दृढ़ता से खड़ा है। उन्होने कहा कि अमर शहीद जनरल बिपिन रावत उत्तरखण्ड के अनमोल रत्न थे जिन्होंने अपनी चमक से पूरे विश्व में भारत का नाम रोशन कर दिया। उनके असमय निधन से पूरे राष्ट्र को शोक के सागर में डूबो दिया है। यह ऐसी क्षति है, जिससे उबरने में काफी समय लगेगा। उन्होंने कहा कि जूना अखाड़ा तथा अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद उत्तराखण्ड सरकार से मांग करता है कि जनरल बिपिन रावत की स्मृति को चिर स्थायी बनाये रखने के लिए उत्तराखण्ड में उनका एक भव्य स्मारक बनाया जाये। उन्होंने कहा कि यदि सरकार अखाड़ा परिषद को भूमि उपलब्ध कराती है तो अखाड़ा परिषद समस्त अखाड़ो और साधु-संतो के सहयोग से भव्य स्मारक बनायेगी।
अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष व निरंजनी अखाड़ा के राष्ट्रीय सचिव श्रीमहंत रविन्द्रपुरी ने कहा कि अखाड़े तथा संत समाज जनरल बिपिन रावत की स्मृति में एक भव्य शहीद धाम बनाएगी, जिसे पूरे देश में पांचवी धाम की मान्यता प्राप्त होगी और उत्तराखण्ड के चारों पवित्र धामों की यात्रा के साथ-साथ इस धाम के दर्शन के लिए भी यात्री आएंगे। श्रीमहंत हरिगिरि महाराज ने कहा कि अखाड़ा परिषद केन्द्र सरकार से मांग करती है कि इस दुर्घटना में शहीद हुये सैन्यकर्मियों के परिजनों को 50 करोड़ की आर्थिक सहायता प्रदान की जाये। शुक्रवार को जूना अखाड़ा के साथ साथ श्रीमौजा गिरि मन्दिर प्रयागराज, बड़ा हनुमान घाट काशी, नीलगंगा उज्जैन, दातार अखाड़ा उज्जैन, दत्तात्रेय मन्दिर त्रयम्बकेश्वर, खैड़ामढ़ी बरेली व हरियाणा, पंजाब, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखण्ड, महाराष्ट्र, गुजरात, उत्तर प्रदेश के अनेक स्थानों में स्थित सभी मठों, मन्दिरों में विशेष पूजा-अर्चना व शांती यज्ञ किए गए।
जूना अखाड़ा हरिद्वार में आयोजित विशेष पूजा व शांति यज्ञ में अखाड़ा के अंतर्राष्ट्रीय सभापति श्रीमहंत प्रेमगिरि, राष्ट्रीय सचिव श्रीमहंत महेशपुरी, कोठारी महंत महाकाल गिरि, थानापति रणधीर गिरि, श्रीमहंत संध्या गिरि, श्रीमहंत सुरेशानंद सरस्तवी, महंत राजेन्द्र गिरि, महंत धर्मेन्द्र पुरी, महंत गौतम गिरि, महंत हीराभारती, महंत वशिष्ठ गिरि, श्रीमहंत पूर्ण गिरि, महंत धीरेन्द्रपुरी आदि उपस्थित रहे।