महंत रविन्द्रपुरी बने अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष, राजेंद्रदास महामंत्री, चुनाव में ये अखाड़े हुए शामिल, जानिए…
हरिद्वार / सुमित यशकल्याण।
हरिद्वार। अखाड़ा परिषद के पूर्व अध्यक्ष दिवंगत नरेंद्र गिरी महाराज की मौत के बाद अखाड़ा परिषद में दो फाड़ हो गई है। अखाड़ा परिषद दो गुटों में बैठ गई है। सात अखाड़ों के साधु-संतों ने नए अध्यक्ष की घोषणा कर दी है। महानिर्वाणी अखाड़े के सचिव रविन्दपुरी महाराज को अखाड़ा परिषद का अध्यक्ष चुना गया है। बैरागी अखाड़ो के निर्मोही अखाड़े के अध्यक्ष महंत राजेन्द्र दास को महामंत्री बनाया गया है, बडा अखाड़ा उदासीन के कोठारी महंत दामोदर दास को उपाध्यक्ष बनाया गया है।
आपको बता दे कि 13 अखाड़ों से मिलकर अखाड़ा परिषद का गठन हुआ है। आज सुबह महानिर्वाणी अखाड़े में बैठक कर सात अखाड़ों के साधु-संतों ने अखाड़ा परिषद की नई कार्यकारिणी की घोषणा कर दी है। इस बैठक में अखाड़ा परिषद के वर्तमान कार्यकारी अध्यक्ष देवेंद्र शास्त्री महाराज भी मौजूद रहे। नई कार्यकारिणी में दामोदर दास महाराज को उपाध्यक्ष, निर्मोही अखाड़े के अध्यक्ष राजेंद्र दास महाराज को महामंत्री, जसविंदर सिंह शास्त्री को कोषाध्यक्ष, राम किशोर दास महाराज को मंत्री, गौरीशंकर दास महाराज को प्रवक्ता और धर्मदास महाराज और महेश्वर दास को संरक्षक बनाया गया है।
महंत नरेंद्र गिरी की मौत के बाद अखाड़ा परिषद का अध्यक्ष पद खाली हो गया था ।जिसको लेकर अखाड़ा परिषद द्वारा 25 अक्टूबर को प्रयागराज में बैठक बुलाई गई थी, जिसमें अध्यक्ष पद को लेकर कई संत दावेदारी कर रहे थे, अचानक घटनाक्रम बदलते हुए 07 अखाड़ों ने मिलकर नए अध्यक्ष और महामंत्री बना दिए हैं, जिसको लेकर अखाड़ा परिषद के महामंत्री हरि गिरि महाराज ने इस कार्यकारिणी को अवैध बताते हुए कहा है कि चुनाव से 15 दिन पहले एजेंडा जारी किया जाता है, अखाड़ा परिषद की बैठक 25 अक्टूबर को प्रयागराज में होगी।