उत्तराखण्ड बिजनौरी महासभा ने कैबिनेट मंत्री स्वामी यतीश्वरानंद और कोरोना वारियर्स का किया सम्मान, जानिए…
हरिद्वार / सुमित यशकल्याण।
हरिद्वार। रविवार को उत्तराखंड बिजनौरी महासभा द्वारा ऋषि कुल स्थित मालवीय हॉल में उत्तराखंड सरकार के कैबिनेट मिनिस्टर स्वामी यतीश्वरानंद का भव्य स्वागत करते हुए सम्मान स्वरूप उनको सिक्कों से तोला गया तथा आयोजित कार्यक्रम के दौरान अनेक कोरोना वारियर्स को मुख्य अतिथि द्वारा प्रमाण पत्र व माल्यार्पण द्वारा सम्मानित किया गया।
महासभा के अध्यक्ष डॉ. एच. के. सिंह ने उपस्थित सभी बुद्धिजीवियों को संबोधित करते हुए मंत्री जी को महासभा की ओर से 03 सूत्रीय मांग पत्र सौंपा जिसमें महासभा के दैनिक गतिविधियों के संचालन हेतु एक कार्यालय की व्यवस्था, महात्मा विदुर के नाम पर गंगा घाट आवंटित करने तथा बिजनौर के शिक्षित युवाओं को सिडकुल में रोजगार दिलाने की मांग शामिल थी।
महासभा के अध्यक्ष द्वारा प्रस्तुत मांग पत्र के संबंध में मुख्य अतिथि ने अपने उद्बोधन में कहा कि वे सिंचाई विभाग अथवा ग्राम पंचायत के माध्यम से भवन दिलवाने का प्रयास करेंगे विदुर घाट के विषय में बात करते हुए उन्होंने कहा कि समस्त महापुरुषों में विदुर जी का स्थान सर्वोत्तम है और शीघ्र ही कोई अच्छा घाट विदुर घाट के रूप में नामित कराने का आश्वासन देते हैं इसके साथ ही साथ शिक्षित बेरोजगारों के संबंध में उन्होंने कहा कि जो भी कोई जरूरतमंद उनके पास आएगा उसकी नौकरी के लिए अथक प्रयास करेंगे।
विशिष्ट अतिथि के रूप में लोकप्रिय विधायक सुरेश राठौड़ ने अपने संबोधन में उत्तराखंड बिजनौरी महासभा के उज्जवल भविष्य की शुभकामनाएं दी तथा सभी समस्याओं में साथ खड़े होने का आश्वासन भी दिया।
कार्यक्रम के अध्यक्ष स्वामी प्रबोद्धानंद ने भी सबको आशीर्वचन दिए। मंच संचालन की जिम्मेदारी महासभा के प्रवक्ता एडवोकेट राकेश राजपूत ने निभाई। मुख्य अतिथि द्वारा अनेक कोरोना वारियर्स के रूप में डॉ.अंकित देशवाल, डॉ. ऋषभ दीक्षित, डॉ. ओ.पी. वर्मा, डॉ. विमल चौहान, डॉ. मनोज त्यागी, डॉ. विजय कुमार व अन्य अनेक लोगों का सम्मान किया गया।
कार्यक्रम में मंच पर महासभा के महासचिव वेद प्रकाश शर्मा, सुधीर त्यागी, चौधरी धर्मवीर सिंह, देवेंद्र राठी, देवेंद्र देशवाल, श्रीमती अलका चौधरी, डॉ.अश्विनी चौहान, कैलाश चंद्र, डॉक्टर मनवीर सिंह, सुरेश राजपूत, रविंद्र चौहान, अरविंद राजपूत, चौधरी चरण सिंह, संजीव दुआ, आलोक राजपूत, नेपाल सिंह आदि उपस्थित रहे। इसके अतिरिक्त सैकड़ों उत्तराखंड बिजनौरी महासभा के सदस्यों ने कार्यक्रम को सफल बनाने में अपना योगदान दिया।