प्रॉपर्टी डीलर ने फर्जी दस्तावेज के जरिए बेच दी ज़मीन, मुक़दमा दर्ज
रानीखेत (सतीश जोशी) पर्यटक नगरी से 14 किमी की दूरी पर स्थित मजखाली के गाँव रयूनी में फर्जी दस्तावेजों के आधार पर जालसाज़ी कर प्रॉपर्टी डीलर द्वारा एक कंपनी को लाखों की जमीन बेचने का मामला प्रकाश में आया है। धोखाधड़ी का पता चलते ही कंपनी ने कोतवाली रानीखेत में तहरीर दी ।जिसके आधार पर पुलिस ने आरोपित प्रॉपर्टी डीलर के विरुद्ध मुकदमा दर्ज भी कर लिया है।
कोतवाली प्रभारी अशोक कुमार धनकड ने बताया कि प्राथमिक जांच में फर्जी दस्तावेजों को आधार बनाकर जमीन बेचने का मामला प्रकाश में आया है। जांच पूरी होने के उपरांत आगे की आवश्यक कार्रवाही की जाएगी। रानीखेत तहसील के निकट ग्राम रियूनी मजखाली स्थित एक्जाल्टर नाम की एक कंपनी ने कोतवाली रानीखेत पुलिस को दी गई प्राथमिकी मे कहा है कि शिव विहार गली नंबर 2 लोहरियासाल, कटघरिया, हल्द्वानी निवासी प्प्रॉपर्टी डीलर राजेश रावत ने उनकी कंपनी को उक्त ज़मीन अपनी होने की बात कहकर बेच डाली। बाद में जब दाखिल खारिज के लिए कंपनी के लोग तहसील कार्यालय रानीखेत पहुँचे तो उनके होश फ़ाख्ता हो गए। उन्हें पता चला कि यह जमीन विक्रेता के नाम पर ही दर्ज नहीं है।प्रॉपर्टी डीलर राजेश रावत द्वारा कंपनी एकजाल्टर को अपने नाम बता धोखा देकर बेची गई और लाखों के वारे न्यारे किए गये। हद तो तब हो गई जब इस जमीन की खरीद पर ज़मीन के वास्तविक स्वामी ने आपत्ति दर्ज कर दी। प्राथमिकी में कंपनी ने आरोप लगाया है कि जब मामले में आरोपी से बात की गई तो वह गालीगलौज पर उतर आया साथ ही कंपनी के मालिक को जान से मारने की धमकी भी दे डाली। कोतवाली रानीखेत में एकज़ाल्टर कंपनी की तरफ से तहरीर मिलने के बाद पुलिस ने आरोपी राजेश रावत के विरुद्ध आईपीसी की धारा 420, 506 के तहत केस दर्ज कर लिया है। कोतवाल अशोक कुमार धनकड़ का कहना है कि प्राथमिक जांच में फर्जी दस्तावेजों के आधार पर जमीन बेचने का मामला प्रकाश में आया है। जांच पूरी होने के उपरांत अग्रिम कार्रवाई की जाएगी। फर्जी दस्तावेजों के जरिए जमीन बेचने का यह मामला संपूर्ण क्षेत्र में में चर्चा का विषय बना हुआ है।