एसएमजेएन (पीजी) काॅलेज की वार्षिक खेलकूद प्रतियोगिता का हुआ शुभारम्भ…
हरिद्वार / सुमित यशकल्याण।
हरिद्वार। एसएमजेएन (पीजी) काॅलेज में वार्षिक खेलकूद प्रतियोगिता का आयोजन मुख्य अतिथि काॅलेज प्रबन्ध समिति के सचिव श्री महन्त राम रतन गिरि, इन्द्र मोहन बड़थ्वाल महासचिव, जिला किक्रेट एसोसिएशन, डाॅ. ममता डयूंडी नैथानी उप निदेशक उच्च शिक्षा, प्राचार्य डाॅ. सुनील कुमार बत्रा व मुख्य खेलकूद अधीक्षक डाॅ. तेजवीर सिंह तोमर द्वारा रंग-बिरंगे गुब्बारों को आसमान में छोड़कर किया गया। सर्वप्रथम अतिथियों का पुष्प माला व स्मृति चिन्ह भेंटकर स्वागत किया गया।
मुख्य अतिथि द्वारा खिलाड़ी छात्र-छात्राओं को शपथ दिलायी गयी, उसके पश्चात प्रतियोगिता प्रारम्भ करने की घोषणा की गयी। पूर्व छात्र चैम्पियन जौनी कश्यप व छात्रा चैम्पियन प्रियंका सेमवाल व शिवानी ने मशाल लेकर खेलकूद मैदान का चक्कर लगाया।
इस अवसर पर मुख्य अतिथि श्री महन्त राम रतन गिरि ने खिलाड़ी छात्र-छात्राओं को अपनी शुभकामनायें देते हुए कहा कि खेल हमारे जीवन के लिए बहुत आवश्यक है। खेल से ही खिलाड़ी को अनुशासन की प्रेरणा मिलती है। उन्होंने कहा कि पूरी एकाग्रता के साथ अपनी खेल प्रतिभा का प्रदर्शन करने पर ही हम अपने प्रतिद्वन्दियों से आगे निकलकर उन पर विजय प्राप्त कर सकते हैं।
डाॅ. ममता डयूंडी, उप निदेशक, उच्च शिक्षा ने सभी छात्र-छात्राओं को अपनी शुभकामनायें देते हुए कहा कि महाविद्यालय में प्रतिवर्ष खेलकूद प्रतियोगिता का आयोजन किया जाता है जिससे कि शिक्षा के साथ-साथ बच्चों का शारीरिक और मानसिक विकास तथा बच्चों की खेलों में रूचि के अनुसार उनको अपने भविष्य में आगे बढ़ने के लिए प्लेटफार्म मिल सके। उन्होंने विशेषकर छात्राओं को खेलकूद एवं शैक्षिक उन्नयन में आगे आने का आह्वान करते हुए कहा कि खेलकूद प्रतियोगिता विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास के लिए एक आवश्यक कदम है।
प्राचार्य डाॅ. सुनील कुमार बत्रा ने सभी अतिथियों का स्वागत करते हुए कहा कि खेल सामाजिक सद्भाव एवं सामाजिक समरसता में अहम भूमिका निभाते हैं। खेलकूद को बढ़ावा देने और प्रतिभावान व कुशल खिलाड़ियों को राज्य तथा राष्ट्रीय स्तर पर पहुंचाने में वार्षिक खेलकूद प्रतियेागिता का महत्वपूर्ण स्थान है। डाॅ. बत्रा ने समस्त प्रतिभागी खिलाड़ियों के उज्जवल भविष्य की कामना की। विशिष्ट
अतिथि इन्द्र मोहन बड़थ्वाल महासचिव, जिला क्रिकेट एसोएिशन ने कहा कि आज 21 फरवरी को सामाजिक न्याय दिवस भी है। अतः छात्र-छात्राओं को सामाजिक भेदभाव को दूर करने के लिए हरसम्भव प्रयास करना चाहिए। खेलकूद की गतिविधियां सामाजिक समरसता का एक महत्वपूर्ण अंग है।
महाविद्यालय के मुख्य खेलकूद अधीक्षक डाॅ. तेजवीर सिंह तोमर ने सभी प्रतिभागियों को अपनी शुभकामनायें देते हुए कहा कि काॅलेज की ये खेलकूद प्रतियोगिता 24 फरवरी, 2023 तक चलेंगी जिसमें काॅलेज के छात्र चैम्पियन व छात्रा चैम्पियन का चुनाव होगा। उन्होंने बताया कि इस वर्ष छात्र-छात्राओं में खेलकूद प्रतियोगिता हेतु काफी उत्साह है प्रत्येक प्रतियोगिताओं में छात्र-छात्रा बड़े ही जोश के साथ प्रतिभाग लेने के इच्छुक हैं। उन्होंने खेलकूद अधीक्षक विनय थपलियाल, डाॅ. सुषमा नयाल व खेलकूद प्रशिक्षक योगेश कुमार ‘रवि’ व खेलकूद प्रशिक्षु मधुर अनेजा के सक्रिय सहयोग की प्रशंसा की। खेलकूद अधीक्षक विनय थपलियाल ने बताया कि आज वार्षिक खेलकूद प्रतियोगिताओं के उद्घाटन अवसर पर विभिन्न प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया जिसमें गोला फेंक छात्र वर्ग में शुभम शर्मा ने प्रथम, आयुष सिंह ने द्वितीय व अनीस अंसारी ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। लम्बी कूद छात्र वर्ग में अमन ने प्रथम, मनीष ने द्वितीय व जतिन ने तृतीय, लम्बी कूद छात्रा वर्ग में प्रिया सिंह ने प्रथम, प्रीति ने द्वितीय तथा गीतिका सैनी ने तृतीय स्थान, 5000 मीटर दौड़ छात्र वर्ग में जौनी कश्यप ने प्रथम, जतिन ने द्वितीय व विपिन पंवार ने तृतीय स्थान, 100 मीटर दौड़ छात्रा वर्ग में प्रिया सिंह ने प्रथम स्थान प्राप्त किया।
खेलकूद अधीक्षक डाॅ. सुषमा नयाल ने सभी प्रतिभागियों को अपनी शुभकामनायें प्रेषित की। इस अवसर पर मुख्य रूप से नेहरू युवा केंद्र के समन्वयक रविन्द्र असवाल जिला युवा अधिकारी, धर्म सिंह रावत लेखा कार्यक्रम सहायक, सत्यदेव आर्य, नमामि गंगे आदि उपस्थित रहे। प्रतियोगिताओं को सम्पन्न कराने मुख्य रूप से डाॅ. मन मोहन गुप्ता, डाॅ. संजय कुमार माहेश्वरी, डाॅ. जे.सी. आर्य, डाॅ. नलिनी जैन, डाॅ. आशा शर्मा, डाॅ. मोना शर्मा, डाॅ. रेनू सिंह, श्रीमती रिचा मिनोचा, डाॅ. मिनाक्षी शर्मा, डाॅ. विनीता चौहान, श्रीमती रिंकल गोयल, वैभव बत्रा, डाॅ. पूर्णिमा सुन्दरियाल, डाॅ. पुनीता शर्मा, डाॅ. रजनी सिंघल, दिव्यांश शर्मा, डाॅ. शिव कुमार चौहान, डाॅ. मनेाज सोही, डाॅ. प्रज्ञा जोशी, विनीत सक्सेना, डाॅ. लता शर्मा, अंकित अग्रवाल, मोहन चन्द पाण्डेय एवं शिक्षणेतर कर्मचारियों का विशेष सहयोग रहा।