जन्माष्टमी पर्व पर झांकी और बच्चों की प्रस्तुति होगा खास आकर्षण : स्वामी आलोक गिरि
हरिद्वार/तुषार गुप्ता
हरिद्वार। रक्षा बंधन पर्व का समापन होने के साथ ही धर्मनगरी में श्रीकृष्ण जन्माष्टमी पर्व की तैयारियां शुरू हो गई है। करोना महामारी के चलते विगत दो वर्षो से जन्माष्टमी का पर्व नहीं मनाया जा सका। इसके चलते लोगों में इस बार खास उत्साह है। इस कड़ी में श्री सिद्ध बलि हनुमान मंदिर, राज विहार, फुटबॉल ग्राउंड के पास जगजीतपुर, कनखल, हरिद्वार के प्रांगण में श्री कृष्ण जन्माष्टमी पर्व 30 अगस्त दिन सोमवार को मनाया जा रहा है। महंत अलोकगिरि ने बताया कि कार्यक्रम में भाग लेने के इच्छुक बच्चे फॉर्म भरकर जमा करा दे। सभी भाग लेने वाले बच्चों को पुरस्कार देकर सम्मानित किया जाएगा।
श्री पंचायती अखाड़ा निरंजनी के महंत स्वामी आलोक गिरि महाराज ने बताया कि 30 अगस्त, दिन सोमवार को जन्माष्टमी पर्व धूमधाम से मनाया जाएगा। जिसमें श्रीकृष्ण की लीलाओं पर आधारित झांकी और भजनों पर बच्चों का शनदार नृत्य का कार्यक्रम होगा। आलोक गिरि ने बताया कि कार्यक्रम रात्रि 9 बजे से लेकर भगवान कृष्ण के जन्म होने तक चलता रहेगा। इसके उपरांत छठी का पर्व भी मनाया जाएगा। मंदिर के प्रबंधक आलोक गिरि ने जानकारी देते हुए बताया कि करोना माहामारी के चलते विगत दो वर्षो से यह पर्व नहीं मनाया गया। अब स्थिति के सामान्य होने पर स्थानीय भक्तों की मांग पर जन्माष्टमी पर्व मनाने की निर्णय लिया गया है। मंदिर में जन्माष्टमी पर्व की तैयारियां शुरू हो गई है। सभी भक्त अपनी सामर्थ्य के अनुसार सहयोग कर सकते है।सभी भक्तों से आग्रह किया जाता है कि अभी करोना समाप्त नहीं हुआ है। ऐसे थोड़ी सी भी असावधानी होने पर स्थिति नियंत्रण के बाहर हो सकती है। सभी भक्त भारत सरकार की करोना गाइडलाइन का पालन करते हुए जन्माष्टमी का पर्व मनाने में अपना सहयोग प्रदान करें। कार्यक्रम में भाग लेने वाले बच्चों को फॉर्म भरकर देना होगा। आवेदन निशुल्क है। मंदिर से फॉर्म ले सकते है।