भगवान श्री राम मंदिर परिसर में आध्यात्मिकता के साथ दिखाई देगा आधुनिकता का संगम -चंपत राय।
हरिद्वार / सुमित यशकल्याण।
हरिद्वार। विश्व हिन्दू परिषद के केंद्रीय उपाध्यक्ष एवं श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र न्यास के महामंत्री चंपत राय ने श्री हरी सेवा सनातन आश्रम, भूपतवाला, हरिद्वार में श्रीराम मंदिर निर्माण हेतु निधि समर्पण अभियान में लगे प्रमुख कार्यकर्ताओं की बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि श्रीराम मंदिर परिसर में आध्यात्मिकता के साथ आधुनिकता का संगम दिखेगा। इकोफ्रेंडली परिसर में म्यूजियम, लाइब्रेरी, धार्मिक प्रतिष्ठान आदि शामिल किए गए हैं।
श्रीराम मंदिर ट्रस्ट ने 70 एकड़ के श्रीराम मंदिर परिसर को भी मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम की मर्यादा के अनुसार बनाने की रूपरेखा लगभग तैयार कर ली है। पूरा राममंदिर परिसर राममय होने के साथ-साथ आधुनिक सुविधाओं से भी लैस होगा। रामलला के दरबार में रामभक्तों को दिव्य दर्शन की अनुभूति होगी। पूरा परिसर इको फ्रेंडली बनने के कारण मंदिर का ज्यादातर भाग खुला रहेगा। अनुमान है कि मंदिर बन जाने के बाद एक लाख भक्त रोज रामलला के दर्शन को आएंगें। इसलिए व्यवस्थाओं को ऐसा स्वरूप दिया जाएगा कि वह कम से कम अयोध्या में पांच से सात दिन ठहर सके। श्रीराम मंदिर न्यास और उत्तर प्रदेश सरकार के साथ मिलकर अयोध्या का सतत विकास करने जा रहे है। भगवान राम के भव्य मंदिर का निर्माण में सरकार से धन का कोई सहयोग नहीं लिया गया हैं अपितु यह हिंदू समाज के सहयोग से ही निर्मित किया जायेगा। विकसित नई अयोध्या को भगवान श्री राम के पूर्वज महाप्रतापी राजा इश्वाकु के नाम पर इश्वाकु नगरी के नाम से बसाया जायेगा।
आशीर्वचन करते हुए आनंद पीठाधीश्वर आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी बालकानंद गिरी जी महाराज नें कहा आज हिंदू धर्म की स्वीकार्यता सम्पूर्ण विश्व में बढ़ रही है। भारतवर्ष में सनातन संस्कृति की नवीन चेतना पुनः जागृत हो उठी है। सनातन धर्म के वैज्ञानिक दृष्टिकोण पर सामान्य जनमानस की समझ बढ़ रही है। गाय, गंगा व गीता के महत्व को अब बुजुर्ग ही नहीं वरन युवा और बच्चे भी समझने के प्रयास कर रहे हैं। धर्म का आधार प्रकृति है और प्रकृति ही जीवन का आधार है। हमारे व्रत, पर्व, त्यौहार आदि प्रकृति के प्रति हमारी कृतज्ञता प्रकट करने को ही तो हैं।
वहीं दोपहर बाद श्री पंचायती उदासीन बड़ा अखाड़े में सन्तों से मुलाकात कर श्रीराम मंदिर निर्माण की प्रगति के विषय मे बताया।
तीन दिन के हरिद्वार प्रवास के दौरान चंपतराय विभिन्न मठ-मन्दिर, अखाड़ों व प्रमुख सन्तो से मुलाकात कर रहे है। इसी कड़ी में दोपहर बाद बड़ा उदासीन अखाडा कनखल में विभिनन सन्तो से चर्चा-वार्ता के दौरान चम्पतराय ने बताया कि ट्रस्ट न्याय का प्रयास हैं कि मन्दिर निर्माण में सरकार का एक पैसा भी नही लगे। 11 करोड़ से अधिक लोगो ने अपना समर्पण किया है। देश के सभी वर्ग समुदाय के लोगों ने मन्दिर निर्माण के लिए सहयोग किया है। यह मंदिर किसी धर्म सम्प्रदाय का न होकर राष्ट्र का मंदिर है। देश की पहचान श्रीराम से है।
कार्यक्रम की अध्यक्षता प्राचीन अवधूत मण्डल आश्रम के महामंडलेश्वर स्वामी रूपेंद्र प्रकाश ने की।
प्रवास कर दौरान चंपत राय ने दिव्य प्रेम सेवा मिशन आशीष भैया, नया उदासीन अखाड़ा के महंत भगत राम आदि से मुलाकात की। संत संगोष्ठी श्री पंचायती अखाड़ा बड़ा के कोठरी श्रीमहंत दामोदर दास जी, महेंद्र दास, कमल दास, स्वामी रवि देव शास्त्री महंत दामोदर शरण दास, महंत गंगादास, स्वामी रविंदरानन्द,संत जसविंदर शास्त्री, संत अमनदीप सिंह, डॉक्टर गंगा दास मुख्य रूप से उपस्थित रहे।
विशिष्ट कार्यकर्ताओं की बैठक में प्रमुख रूप से अशोक तिवारी केंद्रीय मंत्री धर्माचार्य संपर्क, साध्वी कमलेश भारती केंद्रीय सहमंत्री एवं संस्थापक मातृआँचल कन्या विद्यापीठ, प्रांत उपाध्यक्षा संध्या कौशिक, नीता कपूर, नीलम त्रिपाठी, कुसुम शर्मा, अमित चौहान, पंकज चौहान, मयंक चौहान, अमित मुल्तानिया, प्रभाकर कश्यप, अनिरुद्ध भाटी, विदित शर्मा, अनिल गुप्ता आदि उपस्थित रहें।
श्री राम जन्मभूमि मंदिर न्यास के महामंत्री चंपत राय ने श्री निरंजनी पंचायती अखाड़ा पहुंच कर श्री पंचायती निरंजनी अखाड़ा के अध्यक्ष श्रीमहंत रवींद्र पुरी महाराज को अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष चुने जाने पर बधाई व शुभकामनाएं दी। इस मौके पर श्रीमहंत रविंद्रपुरी ने श्री चंपत राय जी का शॉल उड़ाकर स्वागत किया।