लोकसभा चुनाव से पहले सुराज सेवा दल ने भाजपा को दिया बड़ा झटका, दो बार के विधायक रहे पूर्व मंत्री ज्ञानचंद को कराया दल में शामिल,जानिए
देहरादून ।अविभाजित उत्तरप्रदेश में उत्तराखण्ड उत्तरकाशी से दो बार विधायक रहे पूर्व राज्य मंत्री पूर्व विधायक ज्ञानचन्द व वीर बहादुर क्षेत्री ग्राम प्रधान गुजराडा करनपुर देहरादून ने सुराज सेवा दल की विचारधारा व कार्यशैली से प्रभावित होकर सुराज सेवा दल की सदस्यता ली।
प्रेसवार्ता को सम्बोधित करते हुए सुराज सेवा दल के प्रदेश अध्यक्ष रमेश जोशी ने कहा कि ज्ञानचन्द जी के सुराज के साथ जुड़ने से दल को मजबूती मिलेगी सुराज उत्तरकाशी ही नहीं वरन पूरे प्रदेश में ज्ञानचन्द जी के अनुभवों का लाभ दल को सशक्त करने में मिलेगा। उन्होंने आशा व्यक्त की कि पूर्व विधायक ज्ञानचन्द जी के दल से जुड़ने से सुराज सेवा दल को गति मिलेगी, खासकर उत्तरकाशी एवं टिहरी जिले में दल को स्थापित कर सशक्त करने में सफलता मिलेगी। उनके अनुभव के माध्यम से दल को ग्राम स्तर तक, बूथ स्तर तक पहुंचाने का काम किया जाएगा। पूरे प्रदेश में ज्ञानचन्द जी के सुराज सेवा दल से जुड़ने से समाज के सभी वर्गों पर भावनात्मक व राजनैतिक लाभ मिलेगा।
इस अवसर पर पूर्व विधायक व राज्य मंत्री ज्ञानचन्द ने कहा कि राज्य प्राप्ति के बाद प्रदेश में राजनैतिक दलों में राज्य निर्माण व राज्य के प्रति प्यार की भावना समाप्त हो गई है। राजनैतिक दलों में सत्ता व शक्ति प्राप्त करने का खेल खेला जाने लगा है। क्षेत्रीय दल राष्ट्रीय दलों की धन बल की चकाचौंध में अपनी आहुति दे बैठे हैं, राजनैतिक शून्यता से भरे प्रदेश में जनता को भोग वस्तु समझ लिया गया है। पिछले 23 वर्षों से जनता को छला जा रहा है, इन कारणों से मेरा मन निरन्तर व्यथित था, फिर जब सुराज के बारे में सुना और देखा तो लगा वास्तव में उत्तराखण्ड राज्य प्राप्ति आंदोलन के बाद राज्य में राजनैतिक चेतना, विकास, आम आदमी को अधिकार, सम्मान, युवा हाथों को कार्य दिलवाने के लिए उत्तराखण्डी सारोकारों से जुड़कर विकास की पटकथा लिखने के लिए नये सिरे आंदोलन व सत्ता परिवर्तन की जरूरत है।
उन्होंने दल के अध्यक्ष श्री रमेश जोशी को राज्य में होने वाली क्रान्ति का महानायक कहा तथा यह कहा कि उत्तराखण्ड राज्य श्री जोशी जी जैसे ओजस्वी युवा के नेतृत्व में भी भारती के भाल पर मुकुट सा स्थापित होगा और राज्य प्राप्ति का वास्तविक सुख राज्य की जनता को दिलवाने का कार्य सिर्फ रमेश जोशी कर सकते हैं, इसलिए मैं सुराज सेवा दल की सदस्यता ग्रहण कर रहा हूँ और सभी उत्तराखण्डी भाई-बहनों को अधिक से अधिक संख्या में सुराज सेवा दल से जुड़ने का आह्वान करता हूँ।
इस मौके पर दल के प्रदेश महामंत्री देवेन्द्र सिंह बिष्ट ने कहा कि सुराज सेवा दल राज्य में शुचिता लाने, भ्रष्टाचार मिटाने, शिक्षा, स्वास्थ्य, सडक व बेरोजगारों के लिए रोजगार की स्थापना जैसे-आम जनहित के मुद्दों पर लगातार सत्ता-नशीनों और कुप्रशासन के विरूद्ध हुँकार लगा रहा है, उत्तराखण्ड राज्य में यदि सरकार की जन विरोधी नीतियों का विरोध कर आम जनता के लिए आवाज उठाने के लिए वास्तविक विपक्ष की भूमिका वास्तव में सुराज सेवा दल ही निभा रहा है, उन्होंने कहा है हम सदन में न सही लेकिन सड़क से ही सच्चे लोकतान्त्रिक विपक्ष की भूमिका पर खड़े हैं। उन्होंने कांग्रेस और भाजपा पर तंज कसते हुए कहा कि कांग्रेस और भाजपा दोनो चोर-चोर मौसेरे भाई की तरह हैं, एक नागनाथ है दूसरा सौंपनाथ है और दोनों का कार्य जनता को उसना है। ज्ञानचन्द जी के सुराज सेवा दल में आने से दल के कार्यकर्ताओं में हर्ष और इसका लाभ दल को मिलेगा।
इस मौके पर अजय मौर्य, अतीश मिश्रा, इन्तजार, नफीस, ललित श्रीवास्तव, हिमांशु धामी, आशीष दीक्षित, विजेन्द्र, आशीष सैनी, अर्जुन करणवाल, बिजेन्द्र राघव, वरूण काम्बोज, बसन्त कौशिक, पंकज वर्मा, सूरज ममगई, आशीष, अमन अमित, योगेश, निशान्त, सैन्डी दत्त आदि सैकड़ो कार्यकर्ता उपस्थित रहे।