कोरोना काल मे त्रिवेन्द्र सरकार विफल , शहर कॉग्रेस का धरना प्रदर्शन ,
हरीश कुमार
हरिद्वार / शहर कॉग्रेस कमेटी ने आज बिजली, पानी के बढ़े हुए बिल, प्राइवेट स्कूलों की फीस ऑनलाइन क्लास को लेकर ब्रह्मपुरी में धरना प्रदर्शन किया गया, इस अवसर पर पूर्व राज्य मंत्री संजय पालीवाल ने कहा कि आज जब लॉक डॉउन की सबसे ज्यादा जरूरत है सरकार लॉक डॉउन खोल रही है। आज देश के मध्यम वर्गीय परिवार ओर व्यापारी आर्थिक तंगी झेल रहे है युवा बेरोजगार हो रहे है। सरकार को चाहिये कि वो हर परिवार को 5 से 6 हजार रुपये सहायता के तौर पर दे ताकि वो अपने परिवार का पालन पोषण कर सकें। साथ ही उन्होने कहॉ की शहर मे कॉग्रेस पार्टी की मेयर हेै शहरी विकास मंत्री उनके साथ सैातेला व्यवहार कर रहे है जबकि दोनो को पार्टी की राजनीति से उठकर शहर के विकास के लिए काम करना चाहिए।
महानगर कांग्रेस अध्यक्ष संजय अग्रवाल एवं ब्लॉक अध्यक्ष रवि कश्यप ने संयुक्त रूप मे कहा कि उत्तराखंड ऊर्जा प्रदेश है उत्तराखण्ड वासियो को बिलजी और पानी मुफ्त मिलना चाहिए लेकिन प्रदेश की हिटलरशाही भाजपा सरकार बिजली विभाग का निजीकरण कर के सबसे ज्यादा दरों में बिजली बिलो की वसूली कर रही है रवि कश्यप ने कहा कि आज कल सभी प्राइवेट स्कूलो ने प्रथम कक्षा की ऑनलाइन क्लासे चलाना शुरू कर दिया है जो की बच्चो के भाविष्य के लिए ठीक नहीं है और साथ ही सरकारी स्कूलों की महत्वत्ता को भी खतरा मे डाल दिया है कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन के माध्यम से प्रदेश कीभाजपा सरकार को यह सन्देश देना चाहा है कि यदि जल्द ही लॉकडॉन के दौरान के बिजली और पानी के बिल माफ़ नहीं हुए और प्राइवेट स्कूलों की ऑनलाइन क्लासे बन्द नही हुई तो कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ता प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह व डॉ संजय पालीवाल के नेतृत्व में मुख्यमंत्री आवास के धरना देने को बाध्य होंगे ।
इस मौके पर प्रदर्शन करने वालों मे पूर्व पार्षद लीला देवी, प्रदेश प्रवक्ता युवा कांग्रेस तुषार कपिल, रमेश निरंजन, दीपक कोरी, विजय ठाकुर, वार्ड अध्यक्ष अनंत पांडे, अनुज चौहान, ब्लॉक उपाध्यक्ष टिंकू एकलव्य गोस्वामी गार्गी राय हनी अग्रवाल अरविंद चौहान गौतम मुन्ना मास्टर, विकी कोरी, आशीष भारद्वाज, राकेश भदोरिया, नीलम शर्मा, सनी मल्होत्रा, राजीव पांडे, गोविंद निषाद, विशाल निषाद, कुसुम देवी, पुष्पा कोरी, हेमलता, आशा, जमुना देवी, गायत्री, मुन्नी देवी, मालती आदि उपस्थित रहे |