ब्राह्मण समाज पर अत्याचारों के खिलाफ संगठित होकर उठाये आवाज -पंडित अधीर कौशिक
हरिद्वार/ सुमित यशकल्याण
हरिद्वार। श्री अखण्ड परशुराम अखाड़े के तत्वावधान में बाईपास मार्ग स्थित वेदाग्रीन में विभिन्न राज्यों में ब्राह्मणों के प्रति बढ़ रहे अपराधों पर वक्ताओं ने चिंता जतायी। संगठित होकर ऐसे तत्वों के खिलाफ एकजुट होने का आह्वान किया। बैठक को संबोधित करते हुए श्री अखण्ड परशुराम अखाड़े के अध्यक्ष पंडित अधीर कौशिक ने कहा कि धार्मिक क्रियाकलापों के अलावा सामाजिक गतिविधियों में ब्राह्मण समाज अपना योगदान देता चला आ रहा है। आदि अनादि काल से धार्मिक अनुष्ठनों को संपन्न कराने में अग्रणी भूमिका निभा रहा हैं। लेकिन आज विभिन्न राज्यों में ब्राह्मण समाज के खिलाफ एक अभियान चलाकर ब्राह्मणों को निशाना बनाया जा रहा है। विभिन्न प्रदेशों में ब्राह्मणों की हत्या किए जाने की घटनाएं हो रही हैं। उन्होंने कहा कि सरकार गंभीरता से ब्राह्मण समाज की सुरक्षा को लेकर उपाय करे।
पंडित अधीर कौशिक ने कहा कि राजस्थान, उत्तर प्रदेश जैसी घटनाओं की पुनर्रावृत्ति नहीं होनी चाहिए। ब्राह्मण समाज धार्मिक क्रियाकलापों को संचालित कर समाज को गति प्रदान करता है। लेकिन ब्राह्मण समाज के प्रति इस तरह की घटनाओं का घटित होना निंदनीय है। उन्होंने सरकार से कड़े कदम उठाए जाने की अपील की। सर्वेश पाण्डे ने कहा कि ब्राह्मण समाज को संगठित होकर अपनी लड़ाई लड़नी होगी। ब्राह्मण समाज को एकजुट होकर अत्याचारों के खिलाफ संगठित करने के उद्देश्य से यह बैठक आयोजित की गयी। उत्तर प्रदेश व राजस्थान सरकार को ब्राह्मणों की सुरक्षा को लेकर विशेष इंतजाम किए जाने चाहिए। पंडित विष्णु प्रसाद शास्त्री ने कहा कि धर्म के मार्ग पर चलने वाले ब्राह्मण समाज के खिलाफ षड़यंत्र के तहत इस तरह की घटनाएं की जा रही हैं। धर्म व जात पात के नाम पर संक्रीण मानसिकता के लोग इस तरह की घटनाओं को अंजाम दे रहे हैं। ऐसे लोगों से सचेत रहने की आवश्यकता है। उन्होंने उत्तर प्रदेश सरकार से मांग की कि ब्राह्मण समाज को उचित सुरक्षा प्रदान की जाए।
बैठक में गोपाल कृष्ण बड़ोला, एडवोकेट अरविन्द शर्मा, विनोद मिश्रा, गणेश सेमवाल, अशोक कुमार, पंकज कुमार, दिनेश पाण्डे, केके तिवारी, राधे भैया, अभिषेक गोड़, राहुल शर्मा, सुरेश, नरेंद्र, मनोज गोस्वामी, मयंक पुरोहित, नारायण शर्मा, उदय, वीरेंद्र, गौरव कौशिक, अनुराग, वीरेंद्र भाटिया, संतोष कुमार, चंद्रकांत शर्मा आदि ने ब्राह्मण समाज के प्रति हो रही घटनाओं पर कड़ी नाराजगी जतायी।