साकेतवासी महंत नृसिंहदास महाराज की सप्तदश पुण्यतिथि पर संत समाज ने दी भावभीनी श्रद्धांजलि, जानिए…
हरिद्वार / सुमित यशकल्याण।
हरिद्वार। अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष एवं श्री पंचायती अखाड़ा महानिर्वाणी के सचिव श्रीमहंत रविंद्रपुरी महाराज ने कहा कि गुरु शिष्य परंपरा भारत को महान बनाती है और श्री महंत विष्णु दास महाराज एक सुयोग्य शिष्य के रूप में सनातन परंपराओं का निर्वहन करते हुए अपने गुरु द्वारा संचालित कार्यों में निरंतर बढ़ोतरी कर रहे हैं।
मंगलवार को श्री गुरु सेवक निवास उछाली आश्रम में साकेतवासी महंत नृसिंहदास महाराज की सप्तदश पुण्यतिथि के अवसर पर महामण्डलेश्वर स्वामी हरिचेतनानन्द महाराज की अध्यक्षता एवं स्वामी रविदेव शास्त्री के संचालन में आयोजित संत सम्मेलन को संबोधित करते हुए श्रीमहंत रविंद्रपुरी महाराज ने कहा कि साकेत वासी महंत नृसिंहदास महाराज एक महान एवं तपस्वी संत थे। जिन्होंने जीवन पर्यंत भारतीय संस्कृति एवं सनातन धर्म का प्रचार-प्रसार कर राष्ट्र निर्माण में अपना योगदान दिया ऐसे महापुरुषों को संत समाज नमन करता है।
अखाड़ा परिषद के महामंत्री श्रीमहंत राजेंद्र दास महाराज ने कहा कि महापुरुषों के तपो बल से पूरे विश्व में भारत का एक अलग महत्व है। साकेतवासी महंत नृसिंहदास महाराज ने वैष्णव परंपराओं का निर्वहन करते हुए संत समाज को गौरवान्वित किया। उनका तपस्वी जीवन युवा संतो के लिए प्रेरणादायक है। उनके जीवन से प्रेरणा लेकर युवा संतो को धर्म के संरक्षण संवर्धन में अपनी उपयोगिता को सुनिश्चित करना चाहिए।
कार्यक्रम में पधारे सभी संत महापुरुषों का आभार व्यक्त करते हुए श्रीमहंत विष्णु दास महाराज ने कहा कि महापुरुषों का जीवन परमार्थ के लिए समर्पित रहता है, अपने गुरु के अधूरे कार्यों को पूर्ण करते हुए संत समाज की सेवा करना ही उनका मूल उद्देश्य है। उन्होंने कहा कि साकेतवासी पूज्य गुरुदेव एक युगपुरुष थे। जिनकी शिक्षाएं अनंत काल तक समाज का मार्गदर्शन करती रहेंगी।
स्वामी ब्रह्मस्वरूप ब्रह्मचारी महाराज एवं स्वामी हरिचेतनानन्द महाराज ने कहा कि संतों का जीवन निर्मल जल के समान होता है। साकेतवासी महंत नृसिंहदास महाराज जीवन पर्यंत युवा पीढ़ी को संस्कारवान बनाने के लिए प्रयासरत रहे। समाज कल्याण में उनकी सहभागिता सभी को स्मरणीय रहेगी और संत समाज में उनकी कमी को कभी पूरा नहीं किया जा सकता। उनके कृपा पात्र शिष्य श्रीमहंत विष्णु दास महाराज धर्म रक्षा और राष्ट्र रक्षा में अपना सहयोग प्रदान कर रहे हैं और संतों की सेवा करते हुए अपने गुरु के द्वारा संचालित सेवा प्रकल्पों में निरंतर बढ़ोतरी कर रहे हैं। संत समाज इन की दीर्घायु की कामना करता है।
इस अवसर पर महामंडलेश्वर स्वामी हरिचेतनानंद, महामंडलेश्वर स्वामी प्रेमानंद गिरी, महामंडलेश्वर स्वामी भगवत स्वरूप, श्रीमहंत रामजी दास, महंत रूपेंद्र प्रकाश, महंत नरेंद्रदास, महंत दुर्गादास, महंत अरुणदास, स्वामी रविदेव शास्त्री, स्वामी हरिहरानंद, महंत सूरज दास, महंत गुरमीत सिंह, महंत श्याम प्रकाश, स्वामी गंगादास उदासीन, महंत दिनेश दास, महंत प्रमोद दास, महंत गोविंददास, महंत बिहारी शरण, महंत अंकित शर्मा, महंत रामदास, स्वामी अनन्तानन्द, स्वामी विवेकानन्द, स्वामी ललितानंद गिरी, स्वामी सत्यव्रतानन्द, महंत सुतिक्ष्ण दास, महंत गंगादास, नरेंद्र नारायण दास पटवारी, महंत राजेंद्र दास, संघ नेता अशोक तिवारी, मयंक चैहान, भाजपा नेत्री अन्नु कक्कड़, समाजसेवी जगदीशलाल पाहवा सहित कई संत महापुरुष उपस्थित रहे।